कोझिकोड, 1 सितम्बर | पूर्व भारतीय धावक पी. टी. ऊषा सितंबर में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यहां होने वाली बैठक की आयोजन समिति की अध्यक्ष होंगी। इस घोषणा ने केरल और खेल हलकों में हलचल मचा दी है, लेकिन खुद उनका कहना है कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। ऊषा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उन्हें आयोजन समिति का अध्यक्ष चुना गया है और यह ‘केवल इतना ही है।’
ऊषा ने कहा, “मुझमें राजनीति की कोई भूख नहीं है और न ही मैं किसी पक्ष की ओर झुक रही हूं।”
ऊषा 2002 से यहां ‘ऊषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स’ चला रही हैं।
पी टी ऊषा फाइल फोटो आईएएनएस
ऊषा ने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने उनकी सहमति मांगी थी और जब उन्होंने सुना कि प्रधानमंत्री बैठक में हिस्सा लेंगे, तब उन्होंने आयोजन समिति की अध्यक्षता स्वीकार कर ली।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक यहां 23-25 सितंबर के बीच होगी और मोदी के साथ भाजपा के सभी शीर्ष नेता इसमें हिस्सा लेंगे।
ऊषा ने कहा, “समारोह कोझिकोड में आयोजित किया जा रहा है, जो कि मेरा प्रिय है, इसलिए मैंने खुशी से सहमति दे दी।”
उन्होंने दोहराकर कहा, “कृपया इसे कोई राजनीतिक रंग मत दीजिए।”
‘उड़न परी’ के नाम से मशहूर ऊषा को 1984 के ओलम्पिक्स में शानदार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है, जहां वह 400 मीटर बाधा दौड़ में 1/100 सेकंड से कांस्य पदक चूक गई थीं।
अब वह अपने स्कूल में उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रही हैं। उनके स्कूल के दो खिलाड़ियों टिंटू लुका और जिसना मैथ्यू ने हाल में रियो ओलम्पिक में हिस्सा लिया था।–आईएएनएस
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