नई दिल्ली, 24 नवंबर | भारत ने गुरुवार को कहा कि नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की लगातार घुसपैठ की घटना पर उसने पाकिस्तान से गहरी चिंता जताई है और उल्लेख किया कि 16 से 21 नवंबर के बीच संघर्ष विराम की 27 घटनाएं हो चुकी हैं। कूटनीतिक कार्यवाही (डेमार्श) के विवरण को पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त सैयद हैदर को बुधवार को देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि सरकार ने सेना के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है, जो सात सप्ताह पहले भूलवश नियंत्रण रेखा पार कर गया था।
उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से संघर्ष विराम के लगातार उल्लंघन पर एक महीने में यह चौथा डेमार्श जारी किया गया है।
स्वरूप ने कहा, “भारत सरकार ने कहा है कि संयम रखने के आह्वान के बावजूद पाकिस्तानी बलों ने 16 से 21 नवंबर के बीच 27 बार संघर्ष विराम किया तथा भारतीय चौकियों पर तोपों व 120 मिलीमीटर के मोर्टार दागे गए हैं। यह हिंसक गतिविधि स्पष्ट तौर पर 2003 के संघर्ष विराम का उल्लंघन है।”
उन्होंने कहा, “भारतीय चौकियों तथा गश्ती दलों को निशाना बनाने के लिए नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की घुसपैठ के प्रयास की गंभीर चिंता से भारत ने पाकिस्तान को अवगत करा दिया है। केवल पिछले सप्ताह के दौरान, 15 ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें आतंकवादी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी चौकियों के निकट से नापाक कार्रवाई में शामिल पाए गए हैं।”
नियंत्रण रेखा पार करने वाले सिपाही की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत उम्मीद करता है कि वह जल्द ही सुरक्षित भारत लौटेंगे।
पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को बुधवार को तलब किया गया था। इससे पहले दो, नौ तथा 16 नवंबर को उन्हें समन किया गया था।–आईएएनएस
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