चेन्नई, 16 फरवरी | तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री होने जा रहे एडापडी के.पलनीसामी दिवंगत मुख्यमंत्री जे.जयललिता के कट्टर समर्थक रहे हैं। पलानीसामी उन चार मंत्रियों में से एक हैं जो पार्टी मामलों पर जयललिता को सलाह दिया करते थे।
लोक निर्माण, राजमार्ग और बंदरगाह मंत्री पलानीसामी वरिष्ठता के लिहाज से अन्नाद्रमुक सरकार में तीसरे वरिष्ठ नेता रहे हैं।
जयललिता के निधन के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम सुझाव गया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सेलम जिले के नेडुनगुलम गांव के रहने वाले पलनीसामी गोंडर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
वह 1980 के दशक में अन्नाद्रमुक से जुड़े। पार्टी के संस्थापक एम.जी.रामचंद्रन के 1987 में निधन के बाद पार्टी के दो फाड़ होने पर वह जयललिता के साथ रहे।
वह 1989 में एडापेडी निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे और 1991 तक इस सीट पर रहे।
पेशे से किसान पलनीसामी 2006 में एडापाडी सीट से हारने के बाद कुछ समय के लिए हाशिए पर चले गए, लेकिन इसी निर्वाचन क्षेत्र से 2011 में जीत दर्ज करने के बाद वह फिर चर्चा में आए।
वह 2016 चुनाव में एडापाडी सीट से 42,000 से अधिक वोटों से जीते और जयललिता मंत्रिमंडल में लोक निर्माण एवं राजमार्ग मंत्री बनाए गए।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पार्टी महासचिव वी.के.शशिकला को आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद शशिकला ने उन्हें पार्टी के विधायक दल का नेता चुना। –आईएएनएस
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