चेन्नई, 13 फरवरी | तमिलनाडु में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम तथा ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव वी.के.शशिकला के बीच राजनीतिक जंग सोमवार को भी जारी रहा। कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों ही गुटों को बहुमत साबित करने के लिए कहा जा सकता है। वी.के.शशिकला ने पार्टी विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए सोमवार को कहा कि “विरोधियों की किसी भी संख्या से निपटने” के लिए उनके पास पर्याप्त बहुमत है।
उनकी यह टिप्पणी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में फैसला देने एक दिन पहले सामने आई है। यदि न्यायालय द्वारा उन्हें दोषी ठहराया जाता है, तो मुख्यमंत्री बनने के उनके प्रयास को करारा झटका लगेगा।
जयललिता, शशिकला तथा उनके दो रिश्तेदारों को कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा दोषमुक्त करने के फैसले को कर्नाटक सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दे रखी है।
AIADMK leader O Panneerselvam at his residence in Chennai on Feb 10, 2017. (Photo: IANS)
वहीं, पन्नीरसेल्वम गुट इस बात पर जोर दे रहा है कि एआईएडीएमके के अधिकांश विधायकों को शशिकला ने एक रिसॉर्ट में कैद कर रखा है, वहीं सरकारी वकील ने मद्रास उच्च न्यायालय से कहा है कि विधायकों को अवैध रूप से कैद कर नहीं रखा गया है।
एक सप्ताह के अंतराल के बाद पन्नीरसेल्वम सोमवार को अपने कार्यालय पहुंचे। उन्होंने उस लड़की के परिजनों को तीन लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की, जिसकी कुछ दिनों पहले हत्या कर दी गई थी।
महान्यायवादी मुकुल रोहतगी ने कथित तौर पर राज्यपाल सी.विद्यासागर राव से कहा है कि वह विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाएं तथा पन्नीरसेल्वम और शशिकला को बहुमत साबित करने के लिए कहें।
पन्नीरसेल्वम के समर्थकों के मुताबिक, कार्यवाहक मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ एआईएडीएमके के विधायकों को कथित तौर पर नजरबंद कर रखने के मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं।
एआईएडीएमके के एक नेता ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर आईएएनएस से कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि कुछ विधायकों को यहां से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक रिसॉर्ट में रहने को मजबूर किया जा रहा है।
बीते सात फरवरी को शशिकला के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद से ही पन्नीरसेल्वम अपने कार्यालय नहीं गए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया।
शशिकला के मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए उन्होंने बीते पांच फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
सरकार ने के.एन.सत्यमूर्ति की जगह एस.डेविडसन देवासिरवातनम को खुफिया विभाग का पुलिस महानिरीक्षक नियुक्त किया है।
शशिकला लगातार तीसरे दिन विधायकों से मिलने बीच रिसॉर्ट पहुंचीं।
इससे पहले उन्होंने अपने सैकड़ों समर्थकों से कहा कि मुख्यमंत्री पद उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है।
उन्होंने दोहराया कि पांच दिसंबर को जयललिता के निधन के बाद उन्होंने ही पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा था।
उन्होंने दावा किया कि पन्नीरसेल्वम चाहते थे कि वही (शशिकला) मुख्यमंत्री पद संभालें, लेकिन उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा जरूरी उस वक्त जयललिता के पार्थिव शरीर के साथ रहना था।
उन्होंने भीड़ का अभिवादन करते हुए कहा, “1.5 करोड़ कार्यकर्ताओं वाली पार्टी एआईएडीएमके को कोई भी धुरंधर नहीं तोड़ सकता।”
एआईएडीएमके के प्रवक्ता वैगेल सेल्वन ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) शशिकला के शपथ ग्रहण में विलंब करवा रहे हैं।
इस बीच, भारी तादाद में शशिकला के समर्थक एआईएडीएमके मुख्यालय पहुंचे, जिसे पन्नीरसेल्वम गुट द्वारा इस पर किसी तरह का कब्जा करने से रोकने के रूप में देखा जा रहा है।
जया टीवी शशिकला के नियंत्रण में है, जो लगातार उनके भाषणों का प्रसारण कर रहा है। एआईएडीएमके की वेबसाइट तथा ट्विटर अकाउंट भी शशिकला के पक्ष में है।
एआईएडीएमके के लोकसभा के 10 सदस्य, राज्यसभा के दो सदस्य तथा छह विधायक पन्नीरसेल्वम के साथ हैं।
–आईएएनएस
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