जयपुर, 18 मई (जनसमा)। राजस्थान के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री एवं गैर सरकारी संगठन समन्वय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के प्रथम चरण से प्रदेश के हजारों गांव जल के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर हो चुके हैं, उसी तरह दूसरे चरण के लिए भी लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है।
चतुर्वेदी गुरुवार को पंत कृषि भवन के जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग द्वारा आयोजित गैर सरकारी संगठन समन्वय प्रकोष्ठ की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान का दूसरा चरण लोगों की तकदीर बदलने वाला साबित होगा। उन्होंने कहा कि समाज के हर तबका खासकर गैर सरकारी संगठन इसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई गैर सरकारी संगठन अभियान के दूसरे चरण को सफल बनाने के लिए किसी भी स्तर पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।
उन्होंने इससे पहले प्रदेश भर से आए सभी गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के प्रथम चरण में किए गए कार्यों की जानकारी ली और उन्हें दूसरे चरण में जुड़ने का भी आव्हान किया। उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संगठन अपने क्षेत्र में पोस्टर, पंपलेट, विडियो फिल्मों के जरिए मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के बारे में लोगों को जागरूक करें और उन्हें इससे जुड़ने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यह देश का एकमात्र अनूठा अभियान है जो आमजन के लिए जन-जन के द्वारा तैयार किया है। उन्होंने कहा कि अभियान के चलते प्रदेश के 25 ब्लॉक्स सुरक्षित श्रेणी में आ गए हैं, जो कि प्रदेश के लिए अच्छा संकेत है।
Follow @JansamacharNews