नई दिल्ली, 1 अक्टूबर । उत्तराखंड में जोशीमठ में स्थानीय लोगों और भारत-तिब्बती सीमा पुलिस कर्मियों को संबोधित करते हुए शनिवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन की सीमा पर रहने वाले लोग देश की रणनीतिक संपत्ति हैं और किसी भी कीमत पर उन्हें वहां से ळटाने के लिए दबाव नहीं दिया जाना चाहिए।
सिंह ने सीमा सुरक्षा गार्ड को निर्देश दिया कि लोगों का यहां से विस्थापन न हो क्योंकि इससे भारत की सुरक्षा को जोखिम होगा।
उन्होंने कहा, सीमावर्ती आबादी को अधिक महत्व दिया जाना चाहिए क्योंकि सरकार को इन दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में पूर्ण विश्वास है।
मंत्री ने सेना से सीमावर्ती स्थानीय लोगों की मदद के लिए विशेष शिविरों को रखने और उनकी समस्याओं का निवारण करने में सहायता करने के लिए कहा।
सिंह ने सीमा पर ‘माना चौकी’ पर तैनात आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, चीन-भारत सीमा विवाद को एक संरचनात्मक वार्ता और सकारात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से हल किया जा सकता है।
‘माना चौकी’ चमोली जिले में स्थित है जो अर्धसैनिक बलों का अंतिम बटालियन केंद्र है और वास्तविक नियंत्रण रेखा के किनारे पर स्थित है।
Follow @JansamacharNews