इंफाल, 08 जुलाई। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मणिपुर की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान मीडिया से कहा “प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे यहां आएं, लोगों की बात सुनें और उन्हें सांत्वना दें। ”
उन्होंने कहा “मुझे उम्मीद थी कि स्थिति में कुछ सुधार होगा, लेकिन यह देखकर मुझे काफी निराशा हुई कि स्थिति अभी भी अपेक्षित स्तर से काफी दूर है।”
राहुल ने कहा “मणिपुर भारतीय संघ का एक गौरवशाली राज्य है – हर देशभक्त को आगे आकर यहां शांति वापस लाने में मदद करनी चाहिए।”
कांग्रेस नेता ने आज शाम इंफाल में मीडियाकर्मियों को संबोधित किया और मणिपुर के लोगों से हिंसा बंद करने और एक साथ शांतिपूर्वक रहने की अपील की।
कांग्रेस पार्टी ऐसी किसी भी चीज का समर्थन करने के लिए तैयार है जिससे स्थिति में सुधार हो सके।
गांधी ने कहा कि मणिपुर की उनकी यात्रा किसी राजनीतिक मकसद से प्रेरित नहीं है और वे प्रभावित परिवारों के दुख-दर्द को साझा करने के लिए राज्य आए हैं।उन्होंने राज्य के विभिन्न राहत शिविरों में शरण लिए हुए हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे राज्य में हिंसा का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने का भरसक प्रयास करेंगे।
गांधी ने मणिपुर की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य के कांग्रेस विधायक दल के प्रमुख ओ. इबोबी सिंह, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. मेघचंद्र, कांग्रेस सांसद, मणिपुर राज्य सुरक्षा सलाहकार मौजूद थे।
विपक्षी नेता राहुल गांधी ने मणिपुर के लोगों से हिंसा बंद करने और शांति और एक साथ रहने की अपील की।
गांधी आज सुबह राज्य पहुंचे और राज्य के विभिन्न राहत शिविरों में शरण लिए हुए हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
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