Keshav Prasad maurya

प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर न उतरने की होगी जांच : केशव मौर्य

बहराइच, 11 दिसंबर । भाजपा की सभा का समापन होने के बाद प्रधानमंत्री के न आने से भाजपा पदाधिकारी खासे निराश दिखे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर न उतर पाने के पीछे साजिश की बू आ रही है। शासन और प्रशासन का अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। इसकी जांच कराई जाएगी।

विश्वरिया के सुहेलदेव रैली स्थल पर काफी मशक्कत के बाद भी प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर लैंड नहीं कर पाया तो भाजपा पदाधिकारी अधिकारी अधिक निराश दिखे। सभा के समापन के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य बिफर पड़े। बोले कि बहराइच में भाजपा के प्रति जनता का समर्पण देखकर प्रधानमंत्री के हेलीकाप्टर को न उतरने देने की साजिश रची गई। रैली की घोषणा जिस दिन हुई थी। उसी दिन से शासन और प्रशासन अड़ंगेबाजी कर रहा था। अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। सदन में भी मामला उठेगा।

विश्वरिया के सुहेलदेव रैली स्थल पर उमड़ी भारी भीड़ को देखकर मंच पर मौजूद नेता गदगद रहे। सभी ने कहा कि रैली में मौजूद जनता के उत्साह से लग रहा है कि भाजपा की ही सरकार बनेगी। जनता ने सभी दलों को नकार दिया है। इस दौरान राजा सुहेलदेव की वीरता और मोदी के लिए लकी बहराइच का भी उल्लेख भाजपा नेताओं ने करते हुए जनता का उत्साह बढ़ाया।

उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को आयोजित परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए 11 विधानसभा और तीन लोकसभा से करीब ढाई लाख लोग राजा सुहेलदेव स्थल पहुंचे थे। लेकिन मौसम की खराबी सभी तैयारियों पर भारी पड़ी। पीएम का हेलीकॉप्टर बहराइच में लैंड नहीं कर पाया।

मोबाइल फोन से करीब 10 मिनट तक चले संबोधन में पीएम ने अपने मन की बात कहने की काफी कोशिश की, लेकिन उनके मन की बात मन में ही रह गई। मोदी को सुनने आए जनता को मायूस होकर लौटना पड़ा है।

नगर से सटे विश्वरिया गांव स्थित राजा सुहेलदेव मैदान में रविवार को भाजपा की और से परिवर्तन महारैली का आयोजन किया गया था, जिसे खुद प्रधानमंत्री मोदी संबोधित करने वाले थे। उन्हें देखने व सुनने के लिए करीब ढाई लाख लोग उनका इंतजार कर रहे थे। लेकिन घने कोहरे व विजिबिलटी कम होने की वजह से पीएम का हेलीकॉप्टर रैली स्थल के ऊपर ही मंडराता रहा।

हेलीकॉप्टर की गड़गड़ाहट सुनकर जनता मोदी-मोदी का उद्घोष कर रही थी। लेकिन उनके चेहरे पर उस वक्त मायूसी के भाव आ गए, जब पता चला कि मोदी नहीं उतर पाएंगे।

प्रधानमंत्री ने फोन से लोगों को संबोधित किया, लेकिन आवाज में तकनीकी खराबी के कारण जनता मोदी के मन की बात नहीं सुन सकी। मोदी फोन से भाषण दे रहे थे और जनता रैली स्थल से दूर जा रही थी।

श्रावस्ती से आए जीवनलाल ने कहा, “पीएम मोदी को सुनने के लिए सुबह सात बजे ही आ गया था। सोचा था, नोटबंदी पर मोदी जी कुछ बोलेंगे, लेकिन वे आए ही नहीं। दुख तो है, लेकिन मौसम का क्या कर सकते हैं।”

धनुही के सिद्धार्थ मिश्रा, दिवाकर व चंद्र प्रकाश ने कहा, “मोदी जी नहीं आ पाए, बुरा लग रहा है। लेकिन हम उनके फैसलों के पक्षधर हैं। मोदी जी देश के लिए अच्छा कर रहे हैं।”

बहराइच के गायघाट से करीब दो सौ महिलाएं पीएम को सुनने के लिए एक दिन पहले ही यहां आई थीं। गांव की मंतूरा देवी, रामराजी, मिठाना, रामकोरा, किशनवती व मायावती का कहना है कि वे सभी मोदी के दर्शन के लिए आई थीं। दर्शन तो हुए नहीं, लेकिन उनकी बोली सुनने को मिली।