भोपाल, 06 मार्च (जनसमा)। मध्यप्रदेश के सहकारिता, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग ने कहा है कि सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग हो, यह एक बड़ी चुनौती है। यह मीडिया जिम्मेदार बने और इसका उपयोग जन-हित में हो, इसके लिये सोशल ऑडिट की व्यवस्था सबकी सहमति से की जाना जरूरी है। सारंग रविवार को भुवन भूषण देवलिया स्मृति व्याख्यान में ‘सोशल मीडिया-अवसर और चुनौतियाँ” विषय पर बोल रहे थे।
राज्य मंत्री सारंग ने कहा कि सोशल मीडिया की शुरूआत एक सकारात्मक उद्देश्य के साथ आपस में बेहतर संवाद के लिये हुई। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारा अधिकार जरूर है, लेकिन इसके साथ हमारी जिम्मेदारियाँ भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया में नकारात्मकता का भी प्रवेश हो गया है। इस स्वस्थ माध्यम के जरिये नीचा दिखाने के भी प्रयास हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस माध्यम का उपयोग करने में अनुशासन और संयम की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिये जरूरी है कि हम व्यक्ति का निर्माण करें, जो पिछले 70 साल में नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का निर्माण यदि होगा, तो हम न केवल सोशल मीडिया, बल्कि हर क्षेत्र में स्वस्थ मानसिकता के साथ विचार प्रक्रिया की स्थापना कर सकेंगे।
सारंग ने कहा कि आजादी के पूर्व नेता शब्द गौरव और सम्मान का प्रतीक था। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाषचन्द्र बोस को नेताजी का खिताब जनता द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में हम लोगों के कारण विकार न आने पायें और संवाद के इस जीवंत माध्यम का दुरुपयोग न हो, इसके लिये समाज को ही आचार संहिता बनाना होगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग हो, नई पीढ़ी प्रशिक्षित हो, इसके लिये पाठ्यक्रम में यह विषय रहे, इस पर सरकार विचार करेगी।
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