रक्षा मंत्रालय, भारतीय नौसेना (Indian Navy) द्वारा विकसित मेडिकल पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) के बड़े पैमाने पर तेजी से उत्पादन (Production) की तैयारी में है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा आज बृहस्पतिवार 14 मई,2020 को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लाइसेंस प्राप्त उत्पादन लेने के लिए इच्छुक फर्म / स्टार्ट अप cmdnrdc@nrdcindia.com से संपर्क कर सकते हैं।
मेडिकल पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) के लिए नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सहयोग से रक्षा मंत्रालय के बौद्धिक संपदा सुविधा सेल (IPFC) द्वारा सफलतापूर्वक पेटेंट दायर किया गया है।
मुंबई के इंस्टीट्यूट ऑफ नेवल मेडिसिन (INM) में हाल ही में गठित इनोवेशन सेल ऑफ इंडियन नेवी में तैनात एक डॉक्टर द्वारा कम लागत वाले पीपीई (PPE) को विकसित किया गया है।
पीपीएल का एक पायलट बैच पहले ही नौसेना डॉकयार्ड मुंबई में उत्पादित किया जा चुका है।
नेवी द्वारा विकसित पीपीई (PPE) एक विशेष फैब्रिक से बना है जो बाजार में उपलब्ध अन्य पीपीई के मुकाबले सांस लेने की प्रक्रिया के साथ-साथ उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है।
भारत में प्रचलित के रूप में गर्म और आर्द्र मौसम की स्थिति में उपयोग के लिए अधिक उपयुक्त है। ICMR द्वारा अनुमोदित परीक्षण लैब द्वारा प्रौद्योगिकी का परीक्षण और सत्यापन भी किया गया है।
इस कम लागत वाले पीपीई (PPE) के बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने के लिए नौसेना, आईपीएफसी और एनआरडीसी की टीम के प्रयास निरंतर जारी हैं।
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