कोच्चि, 17 जून (जनसमा)। दक्षिण भारत के लोगों को अब बेंगलुरू और चेन्नई के बाद कोच्चि में भी मेट्रो के सफर का आनंद का मौका मिलेगा। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में कोच्चि मेट्रो को हरी झंडी दिखा दी। नई दिल्ली से यहां नौसेना हवाई अड्डा पहुंचने के बाद मोदी दक्षिणी नौसेना कमान के एयर टर्मिनल से पलारीवत्तोम स्टेशन तक यात्रा की। केरल के राज्यपाल राज्यपाल पी.सदाशिवम, मुख्यमंत्री पिनारई विजयन और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू एवं ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस यात्रा में शामिल थे।
फोटो : कोच्चि मेट्रो में सफर करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अन्य।
इस यात्रा के दौरान श्रीधरन प्रधानमंत्री मोदी को परियोजना की जानकारियों से वाकिफ करा रहे थे। प्रधानमंत्री की श्रीधरन से मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं क्योंकि आगामी राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर इनका नाम भी राष्ट्रपति पद की रेस में चल रहा है।
बता दें कि कोच्चि मेट्रो का काम साल 2012 में शुरू हुआ था। इसकी आधारशिला तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखी थी। कोच्चि मेट्रो के 25 किलोमीटर के पहले चरण के तहत पलारीवत्तोम से अलुवा तक 13 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा। आम जनता के लिए मेट्रो सोमवार से सुबह छह बजे से खुल जाएगी।
कोच्चि मेट्रो और यहां के लोगों के लिए यह गर्व की बात होगी कि भारत में पहली बार यहीं पर कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है। इस तकनीक से न सिर्फ ट्रेन के फेरों में बढ़ोतरी करने में मदद मिलेगी, बल्कि गलती की गुंजाइश भी कम होगी। इस तकनीक का मकसद दो ट्रेनों के बीच उचित दूरी बनाए रखते हुए टक्कर से बचाना है। भले ही दोनों ट्रेनें एक ही दिशा में एक के पीछे एक चल रही हों या आमने-सामने से आ रही हों, इस तकनीक से दोनों की टक्कर को रोका जा सकता है। यही नहीं, यह तकनीक दो ट्रैक के बीच में ट्रेन की आवाजाही को भी सुरक्षित बनाती है।
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