प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समुद्र के समीप के क्षेत्र हमारी नीली क्रांति के केन्द्र बन सकते हैं।
कार निकोबार में बिशप जॉन रिचर्डसन स्टेडियम में एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समुद्री शैवाल कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है और आधुनिक नौकाओं की खरीद के लिए मछुआरों को वित्तीय सहायता दी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कार-निकोबार द्वीप का दौरा किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि निकोबार द्वीप समूह और समीप के मल्लका जलडमरूमध्य का यह पूरा क्षेत्र संसाधनों एवं सुरक्षा दोनों ही दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए उपयुक्त माल परिवहन अवसंरचना का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कैंपबेल खाड़ी जट्टी एवं मस जट्टी के लिए किए जा रहे विकास कार्य की चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने द्वीप समूह के विकास के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने सुनामी स्मारक पर माल्यार्पण किया तथा वॉल ऑफ लॉस्ट सोल्स पर मोमबत्ती जलाई।
मोदी ने जनजातीय प्रमुखों तथा द्वीप समूह के विख्यात खिलाडि़यों के साथ बातचीत की।
उन्होंने अरोंग में आईटीआई तथा एक आधुनिक क्रीड़ा परिसर का उद्घाटन किया और मस जट्टी के निकट तट सुरक्षा तथा कैंपबेल खाड़ी जट्टी के विस्तार कार्य का शिलान्यास भी किया।
उन्होंने कहा कि समुद्री दीवार के तैयार हो जाने के बाद यह कार-निकोबार द्वीप की सुरक्षा में मददगार होगी।
उन्होंने कहा कि आईटीआई द्वीप समूह के युवाओं को कौशल के साथ अधिकार संपन्न बनाने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास पर्यावरण एवं स्थानीय संस्कृति को संरक्षित करते हुए विकास कार्य आरंभ करने का है।
पोर्ट ब्लेयर में प्रधानमंत्री ने सेलुलर जेल का दौरा किया और दोपहर में शहीदों के स्तंभ पर माल्यार्पण किया।
मोदी ने पोर्ट ब्लेयर के साउथ पॉइंट पर 150 फीट ऊंचे फ्लैग मस्त को 30 दिसंबर, 1943 को पोर्ट ब्लेयर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा भारत की धरती पर पहले तिरंगे को फहराने की ऐतिहासिक घटना के रूप में समर्पित किया।
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