भोपाल, 10 मई (जनसमा)। मध्यप्रदेश की तीन संरचनाएँ विश्व धरोहर श्रेणी में शामिल हैं। जल-संरक्षण और परिवहन की भू-गर्भीय तकनीक पर कार्यरत बुरहानपुर के कुंडी भण्डारा को भी यूनेस्को विश्व धरोहर श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिये। इसके लिये आवश्यक प्रस्ताव भारत शासन को भेजा जा रहा है। कुंडी भण्डारा सुरंगों के जरिये पानी पहुंचाने की प्रणाली का नाम है। कहा जाता है कि जल आपूर्ति की यह प्रणाली कई सौ साल पहले विकसित की गई थी।
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस बुरहानपुर के ऐतिहासिक महत्व तथा धरोहर संरक्षण के लिये कार्य-योजना निर्धारित करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक को संबोधित कर रही थीं। बैठक में आयुक्त पुरातत्व एवं अभिलेखागर अनुपम राजन सहित आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
कुण्डी भण्डारा फोटो यूट्यूब से साभार
बैठक में बुरहानपुर में गुरु गोविंद सिंह स्मृति संग्रहालय तथा टैगोर कल्चरल हॉल के निर्माण पर सहमति हुई। बुरहानपुर में हेरिटेज सेल सक्रिय करने और नगर को सिटी म्यूजियम के रूप में विकसित करने पर भी चर्चा हुई। क्षेत्र की पुरातत्वीय धरोहर को सामने लाने के लिये ताप्ती नदी घाटी में सर्वेक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ करने की आवश्यकता भी बतायी गयी।
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय बुरहानपुर के धरोहर अध्ययन पर दो फेलोशिप उपलब्ध करायेगा। भोपाल में 15 जुलाई को बुरहानपुर पर केन्द्रित सेमीनार किया जायेगा। साथ ही भारत भवन में बुरहानपुर-डे आयोजित होगा, जिसमें बुरहानपुर क्षेत्र की लोक-कला, गायन, वादन, नृत्य, चित्रकला, साहित्य से जुड़े कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि बुरहानपुर जिला पुरातत्व एवं संस्कृति समिति का गठन किया जायेगा। पुरातत्वीय सर्वेक्षण पर आधारित पुस्तक का प्रकाशन भी अगले एक माह में होगा।
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