नई दिल्ली, 4 फरवरी | अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों सेंट्रल बैंक, ओरिएंटल बैंक और एसबीटी को पिछले वित्तीय साल में घाटा हुआ है।
सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक को चालू वित्त वर्ष (2016-17) की तीसरी तिमाही में 605.70 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इसका मुख्य कारण बैंक के फंसे हुए कर्जे (एनपीए) हैं। हालांकि बैंक ने नुकसान पर काबू पाया है, क्योंकि पिछले वित्त वर्ष (2015-16) की तीसरी तिमाही के दौरान बैंक को 836.62 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
बैंक ने दाखिल की गई अपनी नियामकीय रपट में कहा, “समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की कुल आय घटकर 6,787.87 करोड़ रुपये रही है, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 6,911.62 करोड़ रुपये थी।”
वहीं, इस अवधि में बैक की गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) यानी फंसे हुए कर्जो में दिसंबर में खत्म हुई तिमाही में 14.14 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि सालाना आधार पर एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले इसमें 8.95 फीसदी की वृद्धि हुई है।
ओरिएंटल बैंक को 130.01 करोड़ का घाटा
सरकारी बैंक ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को चालू वित्त वर्ष (2016-17) की तीसरी तिमाही में 130.01 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
हालांकि यह रकम पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में घाटे से कम है। दिसंबर 2015 में खत्म हुई तिमाही में बैंक को 424.89 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
शनिवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल नियामकीय रिपोर्ट में बैंक ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (सितंबर 2016 में खत्म हुई तिमाही) में बैंक ने 153.27 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। 31 दिसंबर 2016 तक पिछली तीन तिमाहिओं में ओबीसी को 123.93 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, जबकि पिछले वित्त की समान तीन तिमाहियों में बैंक को 134.46 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। बैंक के प्रदर्शन पर उसके फंसे हुए कर्जो (एनपीए) का काफी असर रहा है।
समीक्षाधीन अवधि में बैंक ने 1280.07 करोड़ रुपये का परिचालन मुनाफा दर्ज किया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का परिचालन मुनाफा 766.36 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक का राजस्व बढ़कर 5,415.97 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यह 5,350.48 करोड़ रुपये थी।
एसबीटी को 67.76 करोड़ का घाटा
सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर का 31 दिसंबर 2016 को खत्म हुई तिमाही में कुल 67.76 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
बैंक ने एक बयान में कहा कि फंसे हुए कर्जो (एनपीए) और कर आदि के कारण नुकसान हुआ है। 31 दिसंबर 2016 को बैंक का एनपीए 8.03 फीसदी रहा है।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का परिचालन मुनाफा 440.74 करोड़ रुपये रहा। वहीं, दिसंबर 2016 तक 9 महीनों की अवधि में बैंक का कुल परिचालन मुनाफा 1360.03 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1250.86 करोड़ रुपये थी। इसमें सालाना आधार पर 8.73 फीसदी की वृद्धि देखी गई।
दिसंबर 2016 तक 9 महीनों की अवधि में एनपीए और कराधान के कारण बैंक का कुल नुकसान 1398.34 करोड़ रुपये रहा। इस अवधि में बैंक में जमा रकम में सालाना आधार पर 72 फीसदी की तेजी देखी गई और यह 12,905 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 9,241 करोड़ रुपये थी।–आईएएनएस
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