Pulwama Shaheed Bhagirath

पुलवामा शहीद नारायणलाल, भागीरथ सिंह, रोहिताश, हेमराज को अंतिम विदाई

पुलवामा में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए राजसमन्द पंचायत समिति के बिनोल ग्राम निवासी हेड कॉन्स्टेबल नारायणलाल गुर्जर को शनिवार को अंतिम विदाई देने  गमगीन लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
Pulwama Shaheed शहीद नारायणलाल  गुर्जर को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ बिनोल के मोक्षधाम पर उनके पुत्र मुकेश गुर्जर ने मुखाग्नि दी।
इस अवसर पर राजस्थान पुलिस बल के जवानों ने तीन चक्र हवाई फायर कर शहीद सैनिक को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई दी।
38 वर्षीय शहीद नारायणलाल गुर्जर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की 118वीं बटालियल में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। शहीद नारायणलाल गुर्जर अपने पीछे पत्नी श्रीमती मोहनीदेवी, 14 वर्षीय पुत्री हेमलता तथा 12 वर्षीय पुत्र मुकेश समेत भरापूरा परिवार छोड़ कर गए।

 शहीद कॉन्स्टेबल भागीरथ सिंह

पुलवामा शहीद Pulwama Shaheed  कॉन्स्टेबल भागीरथ सिंह का शनिवार सुबह धौलपुर जिले में उनके पैतृक गांव जैतपुर में पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
भारत माता की जय और शहीद भागीरथ अमर रहे के नारों के बीच दूर-दराज से आए हजारों लोगों ने अपने लाडले शहीद को अंतिम विदाई दी।
उन्होंने शहीद के पिता परशराम, धर्मपत्नी रंजना देवी और उनके भाइयों के पास बैठकर ढांढस बंधाया। उन्होंने शहीद के 3 वर्षीय पुत्र एवं डेढ़ वर्षीय पुत्री शिवांगी को गोद में लेकर दुलारा और उनके सिर पर हाथ फेरकर प्यार किया।
ग्रामीणों की मांग पर राज्य सरकार द्वारा शहीद भागीरथ के नाम पर स्कूल का नामकरण करने, शहीद विधवा को सरकारी नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया।
शहीद रोहिताश लाम्बा
पुलवामा शहीद Pulwama Shaheed रोहिताश लाम्बा  के पार्थिव शरीर का शनिवार को पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ जयपुर जिले में  उनके पैतृक गांव गोविंदपुरा बासड़ी में अंतिम संस्कार किया गया।
अंतिम संस्कार से पहले रोहिताश को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। शहीद रोहिताश के दो माह के बेटे ध्रुव ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।
शहीद हेमराज मीणा
आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान हेमराज मीणा का शनिवार को कोटा जिले में स्थित उनके पैतृक गांव विनोदकलां में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद के बडे पुत्र अजय मीणा ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। तिरंगें में लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर से तिरंगे को पिता को सीआरपीएफ के जवानों ने सौंपा। सीआपीएफ एवं राजस्थान पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर राउंड शहीद के सम्मान में तीन राउंड गांलिया चलाई।