रायपुर, 8 दिसंबर । छत्तीसगढ़ में चल रहे ‘हमर छत्तीसगढ़’ योजना के दौरान अध्ययन भ्रमण पर रायपुर आए राजनांदगांव, कबीरधाम और धमतरी के पंचायत प्रतिनिधियों ने कैशलेस लेन-देन के तरीके सीखे।
पंच-सरपंचों के लिए आयोजित डिजिटल लिटरेसी भुगतान जागरूकता शिविर में विभिन्न बैंकों के अधिकारियों ने कैशलेस लेन-देन, राशि अंतरण, भुगतान एवं इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम के बारे में विस्तार से बताया। बैंक अधिकारियों ने इस संबंध में पंच-सरपंचों के अनेक जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
आवासीय परिसर में डिजिटल लिटरेसी भुगतान जागरूकता शिविर में पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव एम.के. राऊत ने बताया कि पूरे देश में कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक और कॉर्ड आधारित पेमेंट सिस्टम के इस्तेमाल के लिए व्यवसायियों, दुकानदारों और आम लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। राऊत ने कहा कि थोड़ी सी जागरूकता और तकनीक के उपयोग से आसानी से कैशलेस लेन-देन सीखा जा सकता है।
उन्होंने पंच-सरपंचों से अपील की है कि वे भी कॉर्ड और इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम से लेन-देन शुरू करें। अभी यह शुरुआती दौर में है, लेकिन धीरे-धीरे आदत बनने पर कैशलेस भुगतान बहुत सरल लगने लगेगा। शिविर में अपर विकास आयुक्त एवं हमर छत्तीसगढ़ योजना के नोडल अधिकारी सुभाष मिश्रा भी उपस्थित थे। –आईएएनएस/वीएनएस
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