जयपुर, 6 दिसम्बर (जस)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हम अपनी संस्कृति, देवी-देवताआें व संत-महात्माआें के आशीर्वाद से प्रदेश को धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में पहचान दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11 धार्मिक स्थलाें का जीर्णोद्धार करने का कार्य हमने अपने हाथ में लिया है, जिसकी डीपीआर बना ली गई है।
राजे सोमवार को नागौर जिले के अमरपुरा ग्राम में संत लिखमीदास महाराज के मंदिर में मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा एवं स्मारक लोकार्पण समारोह में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना है कि प्रदेश के 33 जिलाें में स्थित देवी-देवताआें के मंदिर स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा देशभर के लोगों के लिए आस्था का केन्द्र बनें। उन्हाेंने कहा कि जोधपुर से रामदेवरा तक पैदल जाने वाले यात्रियाें के लिए अच्छा और सुन्दर मार्ग बनेगा। पदयात्रियाें को परेशानी ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुए अगले दो वर्षाें में जोधपुर से रामदेवरा तक पदयात्रियाें के लिए मार्ग में विभिन्न सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पहली बार गोपालन मंत्रालय की स्थापना के साथ गोपालन की स्थाई नीति बन रही है। साथ ही हर जिले में एक नंदी गोशाला की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार एक हजार छह सौ गोशाला अपने अधीन ले रही है, जिसमें गायों का बेहतर रख-रखाव हो सकेगा। अनुदान की राशि सरकार द्वारा दी जाएगी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि गायों को सड़कों पर घूमने के लिए नहीं छोड़ें ताकि उन्हें प्लास्टिक खाने पर मजबूर नहीं होना पड़े। सरकार के साथ-साथ आमजन भी गायों के संरक्षण में अपनी भूमिका निभाएं
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