राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, सीतारमण, तीसरी बार मंत्री बने हैं। अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सी आर पाटिल शपथ लेने वाले उन कैबिनेट मंत्रियों में शामिल हैं, जो लोकसभा चुनाव भरी मतों से जीतें हैं।
नई दिल्ली, 09 जून। भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी ने आज शाम लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नए केंद्रीय मंत्रिपरिषद को भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह आजादी के बाद पैदा होने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
मोदी 2.0 में मंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डॉ एस जयशंकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, राज्यसभा सांसद निर्मला सीतारमण, प्रहलाद जोशी, गिरिराज सिंह, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, अन्नपूर्णा देवी आदि ने भी शपथ ली।
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में शामिल थे। भाजपा नेता किरेन रिजिजू, हरदीप सिंह पुरी, डॉ मनसुख मंडाविया, जी किशन रेड्डी और सीआर पाटिल ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सी आर पाटिल शपथ लेने वाले उन कैबिनेट मंत्रियों में शामिल हैं, जो लोकसभा चुनाव भरी मतों से जीतें हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विदिशा से छह बार के सांसद चौहान ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में 8.21 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की।
कुमारस्वामी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी, जेडी(यू) सांसद राजीव रंजन सिंह, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मध्य प्रदेश से भाजपा सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार, टीडीपी सांसद किंजरापु राम मोहन नायडू, ओडिशा से भाजपा सांसद जुएल ओराम और एलजेपी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान समेत कई अन्य लोगों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडी(यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
इसके अलावा अभिनेता रजनीकांत, शाहरुख खान, अक्षय कुमार और विक्रांत मैसी, फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी, बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी और गौतम अडानी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि नरेन्द्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना बड़ी उपलब्धि है और लोगों ने एक मजबूत विपक्ष सुनिश्चित किया है जो लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है।
नरेंद्र मोदी जवाहरलाल नेहरू के बाद तीसरे सीधे कार्यकाल के लिए चुने जाने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं।
मोदी का तीसरा कार्यकाल, उस विशाल जनादेश के साथ नहीं आया जिसका वे और उनकी पार्टी दावा कर रहे थे। इसका बड़ा कारण कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे भाजपा के गढ़ों में कड़ी लड़ाई लड़ी और उम्मीद से अधिक सीटें जीती।
सीटों की बात की जाए तो भाजपा की 240 सीटों को पार्टी के उत्साही समर्थकों द्वारा निराशा के रूप में देखा जा रहा है और कांग्रेस द्वारा इसे “नैतिक हार” के रूप में पेश किया जा रहा है, जिसकी खुद की केवल 99 सीटें ही है।
वह 2014 से लगातार दो कार्यकालों तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्हें गुजरात के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का गौरव भी प्राप्त है, उनका कार्यकाल अक्टूबर 2001 से मई 2014 तक रहा।
मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के एक छोटे से शहर में हुआ था। अपने शुरुआती वर्षों में, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ काम किया और बाद में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर भाजपा के साथ काम करते हुए खुद को राजनीति के लिए समर्पित कर दिया।
केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद, पांच सांसदों ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली। भाजपा नेता राव इंद्रजीत सिंह, डॉ. जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, शिवसेना के प्रतापराव जाधव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली।
इसके अलावा, भाजपा सांसद जितिन प्रसाद, श्रीपद येसो नाइक, पंकज चौधरी, नित्यानंद राय, कृष्ण पाल, वी सोमन्ना, एस पी सिंह बघेल और शोभा करंदलाजे, आरपीआई के रामदास अठावले, जेडी(यू) के रमनथ ठाकुर, अपना दल(एस) की अनुप्रिया पटेल और टीडीपी के डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के कई राष्ट्र प्रमुख शामिल हुए।
इनमें श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे इस समारोह में शामिल हुए ।
इस भव्य समारोह में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में लगभग 9,000 लोगों के शामिल होने का अनुमान है।
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