झांसी, 7 अगस्त| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा, “उप्र में हाईवे पर दुष्कर्म हो रहे हैं। इससे पहले इस तरह की घटनाएं नहीं सुनीं। उप्र सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बच नहीं सकती। उसे जनता के हर सवाल का जवाब देना होगा। उप्र में भ्रष्टाचार तो संस्थागत हो गया है।”
राजनाथ ने बुलंदशहर दुष्कर्म कांड का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि उप्र में कानून व्यवस्था की हालत इतनी खराब हो जाएगी।
झांसी में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का समापन करते हुए राजनाथ ने कहा कि जनता के मन में उप्र को लेकर इतने सवाल खड़े हो गए हैं कि यह अपने आप में प्रश्नों का प्रदेश बन गया है। ऐसी अराजक स्थिति क्यों है। कानून व्यवस्था बद से बदतर बनती जा रही है। पुलिस अधिकारियों पर हमले क्यों हो रहे हैं।
उन्होंने हैरानी जताई कि उप्र में एक वर्ष में दुष्कर्म की घटनाओं में 161 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह शर्मनाक है। ये आंकड़े स्वयं उप्र सरकार के राज्य अपराध ब्यूरो के हैं।
राजनाथ ने कहा कि उप्र की सरकार केंद्र पर भेदभाव का जो आरोप लगाती है, यह सरासर गलत है। केंद्र सरकार ने उप्र में दो वर्ष के भीतर 61 हाईवे परियोजनाएं मंजूर की हैं, इन पर 16 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
राजनाथ ने सवाल उठाया, “आखिर उप्र की जनता सपा और बसपा रूपी दो पाटों के बीच कब तक पिसती रहेगी?”
राजनाथ ने रविवार को कहा कि दूसरे दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का रुझान भारतीय जनता पार्टी की तरफ हुआ है, जो भी जुड़ना चाहता है उसे जोड़ें। भाजपा के लिए कोई अछूत नहीं है।
राजनाथ ने कहा कि उप्र को विकसित बनाने के लिए किसी भी दल का कार्यकर्ता भाजपा के साथ आना चाहता है, वह आ सकता है।
–आईएएनएस
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