तीन लाख करोड़ रुपये लागत की रत्नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स परियोजना के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए।
सऊदी अरामको और एडनॉक ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एकीकृत रिफाइनरी एवं पेट्रोरसायन परिसर को संयुक्त रूप से विकसित एवं निर्मित करने के लिए सोमवार को एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये।
यह परियोजना रत्नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (आरआरपीसीएल) द्वारा क्रियान्वित की जाएगी।
इस परियोजना पर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये (44 अरब अमेरिकी डॉलर) की लागत आएगी।
The Union Minister for Petroleum & Natural Gas and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan in a meeting with the Minister of State of UAE & CEO Abu Dhabi National Oil Company (ADNOC) Group, Dr. Sultan Ahmed Al Jaber, in New Delhi on June 25, 2018.
रत्नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (आरआरपीसीएल) एक संयुक्त उद्यम कंपनी है।
इसका गठन आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल के बीच क्रमश: 50:25:25 प्रतिशत की इक्विटी भागीदारी के साथ 22 सितम्बर, 2017 को हुआ था।
इस कंपनी को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 60 एमएमटीपीए (1.2 एमएमबीडी) की क्षमता वाली एकीकृत रिफाइनरी एवं पेट्रोरसायन परियोजना क्रियान्वित करनी है।
पेट्रोरसायन का अनुमानित उत्पादन लगभग 18 एमएमटीपीए होने की आशा है।
उपर्युक्त एमओयू सऊदी अरामको के प्रेसीडेंट एवं सीईओ अमीन एच.नसीर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के स्टेट मंत्री एवं एडनॉक ग्रुप के सीईओ माननीय सुल्तान अहमद अल जबेर के बीच स्थापित किया गया।
भारत के आधिकारिक दौरे पर आये संयुक्त अरब अमीरात के विदेश एवं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद बिन सुल्तान अल नहयान और भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान इस हस्ताक्षर समारोह के साझी बने।
इससे पहले, सऊदी अरामको ने 16वें अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा फोरम मंत्रिस्तरीय शिखर सम्मेलन के अवसर पर 11 अप्रैल, 2018 को भारतीय कंसोर्टियम के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करके इस परियोजना से अपना जुड़ाव सुनिश्चित किया था।
सऊदी अरामको ने एक विदेशी निवेशक के रूप में इस परियोजना में सह-निवेश के लिए एक अन्य रणनीतिक भागीदार के रूप में शामिल होने की इच्छा जताई थी।
आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल वाले भारतीय सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) के एक कंसोर्टियम द्वारा प्रवर्तित आरआरपीसीएल के विदेशी रणनीतिक साझेदार अब सऊदी अरामको और एडनॉक होंगे।
यह परियोजना भारतीय कंसोर्टियम और सऊदी अरामको एवं एडनॉक के बीच 50:50 प्रतिशत की संयुक्त अंशभागिता वाले उद्यम के रूप में स्थापित की जाएगी।
यह भारत के परिशोधन (रिफाइनिंग) क्षेत्र में सर्वाधिक एकल विदेशी निवेश है।
इस रणनीतिक भागीदारी से विश्व भर में अपनी वाणिज्यिक मौजूदगी दर्ज कराने वाली इन तेल कंपनियों की क्रूड (कच्चा तेल) आपूर्ति, संसाधन, प्रौद्योगिकियां, अनुभव एवं विशेषज्ञता एकजुट हो गई हैं।
उपर्युक्त मेगा रिफाइनरी प्रतिदिन 1.2 मिलियन बैरल कच्चे तेल (60 मिलियन मीट्रिक टन सालाना) का प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) करने में सक्षम होगी।
यह रिफाइनरी बीएस-VI ईंधन दक्षता मानकों पर खरे उतरने वाले पेट्रोल एवं डीजल सहित अनेक परिशोधित पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन करेगी।
यह रिफाइनरी उस एकीकृत पेट्रोरसायन परिसर के लिए आवश्यक कच्चा माल भी सुलभ कराएगी, जो प्रति वर्ष लगभग 18 मिलियन टन पेट्रोरसायन उत्पादों का उत्पादन करने में सक्षम होगा।
आरआरपीसीएल की गिनती विश्व की सबसे बड़ी परिशोधन एवं पेट्रोरसायन परियोजनाओं में होगी और इसकी डिजाइनिंग कुछ इस तरह से की जाएगी, जिससे कि वह भारत में तेजी से बढ़ती ईंधन एवं पेट्रोरसायन मांग को पूरा करने में समर्थ होगी।
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