नई दिल्ली, 17 अगस्त (जनसमा)। क्या अनाजों के रिकार्ड उत्पादन के बाद मंहगाई कम होगी और किसान को वाजिब लाभ होगा? यह सवाल आम आदमी और किसान दोनों के सामने मुंहबाये खडा है?
सरकार ने इस साल देश में खाद्यानों के रिकार्ड उत्पादन की संभावना जताई है और कृषि मंत्रालय ने आंकडे जारी करके कहा है कि माॅनसून 2016 के दौरान अच्छी वर्षा एवं सरकार द्वारा की गई विभिन्न नीतिगत पहलों के परिणामस्वरूपए मौजूदा वर्ष में रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ है।
यह एक अच्छी खबर है किन्तु सरकार से यह सवाल तो पूछा जासकता है कि क्या रिकार्ड उत्पादन के बाद देश में अनाजों के दाम गिरेंगे और मंहगाई कम होगी? इसके साथ यह सवाल भी है कि बम्पर उत्पादन करने वाले किसानों को उनकी लागत का दाम मिलेगा? किसान कर्ज के बोझ तले दम तोडने और हताशा के कारण आत्महत्या करने से बचेंगे?
तो आईए जानते हैं कि सरकार ने जो तस्वीर पेश की है वह कैसी है
मानसून 2016 के दौरान अच्छी वर्षा एवं सरकार द्वारा की गई विभिन्न नीतिगत पहलों के परिणामस्वरूप, मौजूदा वर्ष में रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ है। 2016-17 के लिए चौथे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 275.68 मिलियन टन तक अनुमानित है जो 2013-14 के दौरान प्राप्त विगत 265.04 मिलियन टन रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 10.64 मिलियन टन (4.01 प्रतिशत) अधिक है।
मौजूदा वर्ष का उत्पादन विगत पांच वर्षों (2011-12 से 2015-16) के औसत खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में भी 18.67 मिलियन टन (7.27 प्रतिशत) अधिक है। मौजूदा वर्ष का उत्पादन विगत वर्ष के खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में उल्लेखनीय रूप से 24.12 मिलियन टन (9.59 प्रतिशत) अधिक है।
- चावल का कुल उत्पादन 110.15 मिलियन टन अनुमानित है, जो एक नया रिकार्ड भी है।
- गेहूं का उत्पादन 98.38 मिलियन टन अनुमानित है, जो एक रिकार्ड भी है।
- मोटे अनाजों का उत्पादन जो 44.19 मिलियन टन के एक नए रिकार्ड स्तर पर अनुमानित है
- दलहनों का कुल उत्पादन 22.95 मिलियन टन अनुमानित है। 2016-17 के दौरान दलहनों का उत्पादन पांच वर्षों के औसत उत्पादन की तुलना में भी 5.32 मिलियन टन (30.16 प्रतिशत) अधिक है।
- तिलहन का उत्पादन विगत वर्ष की तुलना में 6.85 मिलियन टन (27.11 प्रतिशत) की वृद्धि के साथ, देश में कुल 32.10 मिलियन टन अनुमानित है।
- कम क्षेत्रीय कवरेज के बावजूद, कपास की उच्चतक उत्पादकता के परिणामस्वरूप, 10.29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
खाद्यान्न – 275.68 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
चावल – 110.15 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
गेहूं – 98.38 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
मोटे अनाज – 44.19 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
मक्का – 26.26 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
दलहन – 22.95 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
चना – 9.33 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
तूर – 4.78 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
उड़द – 2.80 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
तिलहन 32.10 मिलियन टन
सोयाबीन – 13.79 मिलियन टन
मूगफली – 7.56 मिलियन टन
रेपसीड एवं सरसों – 7.98 मिलियन टन
अरंडी बीज – 1.42 मिलियन टन
कपास – 33.09 मिलियन गांठे (प्रति 170 कि.ग्रा. की)
कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 2016-17 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन के चौथे अग्रिम अनुमान 16 अगस्त, 2017 को जारी किए गये हैं।
अब यक देखना दिलचस्प होगा कि जनता और किसान आने वाले महीनों में कैसा महसूस करते है?
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