जयपुर, 4 अगस्त। राजस्थान के जालोर में राहत कार्य जारी है। चितलवाना का 33 केवी जीएसएस शुरू होगया है। अतिवृष्टि से बाधित हुए चितलवाना के 33 केवी जीएसएस को शुक्रवार को ठीक कर उससे बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी गई।
कनिष्ठ अभियंता मांगीलाल ने बताया कि 26 जुलाई की रात को बरसात के दौरान बिजली गिरने से जीएसएस का ट्रांसफार्मर जल गया था। कार्मिकों ने दूसरे दिन 27 जुलाई को इसे सिवाड़ा जीएसएस से जोड़कर बिजली आपूर्ति चालू कर दी थी।
शुक्रवार को जोधपुर से नया ट्रांसफार्मर मंगवाकर इस जीएसएस को पुनः चालू कर दिया गया है। इसी प्रकार हाडे़चा जीएसएस के लिए भी शुक्रवार को नया ट्रांफार्मर पहुंच गया है। इसे भी ठीक करने की प्रक्रिया चालू कर दी है। शीघ्र ही इससे बिजली आपूर्ति सुचारू हो जाएगी।
पानी से घिरे
जालोर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुक्रवार को भी जिला प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी रहे। बाढ़ प्रभावित गांवों में खाद्य एवं अन्य सामग्री भिजवाई गई। साथ ही बाढ़ में मृत लोगों के आश्रित परिवारो को सहायता राशि के चैक वितरित किए।
जिला कलेक्टर एल.एन. सोनी ने बताया कि शुक्रवार को चितलवाना से 60 किलोमीटर दूर चारों तरफ पानी से घिरे आकोड़िया व हाजीपुर के बाशिंदों को नाव के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई गई। इसमें सेना एवं एनडीआरएफ की मदद ली गई।
सेड़िया ग्रुप के अनिल कुमार खिलेरी ने बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए भोजन के 300 सौ पैकेट प्रशासन को सौंपे। उपखण्ड अधिकारी मुरारी लाल शर्मा ने सेना के साथ समन्वय कर इस राहत सामग्री को जरूरतमंदों तक पहुंचाया।
इसी प्रकार प्रशासन ने वर्धमान जैन संघ की ओर से प्राप्त खाद्य सामग्री काछेला गांव के बाढ़ प्रभावित लोगों को पहुंचाई। एनडीआरएफ के सहयोग से भवातड़ा, कुकड़िया, दूठवा व रिड़का में जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री पहुंचाई गई।
मुख्य रास्तों से जुड़े तथा बाढ़ से कम प्रभावित गांवों में गिरदावरों, पटवारियों, ग्राम सचिव, ग्राम पंचायत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों-कार्मिकों के साथ चौपहिया वाहनों में भरकर खाद्य सामग्री वितरित की गई।
चितलवाना उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि 31 जुलाई व 1 अगस्त को तीस गांवों में हेलीकॉप्टर के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई गई। हालांकि पानी से घिरे कई परिवारों ने पहले से ही महीनेभर की राशन सामग्री स्टॉक कर रखी है।
चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र में राज्य स्तरीय चार मेडिकल टीमों ने विभिन्न गांवों में शिविर लगाकर लोगों का उपचार किया। गुरूवार को परावा, आकोली, कलबियों की ढाणी, खिरोड़ी, हालिवाव एवं मेधावा गांवों में शिविर लगाए गए।
मृतक आश्रितों को सहायता राशि के चैक सौंपे
जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार को बाढ़ के कारण मौत होने पर मृतक आश्रित परिवारों को चार-चार लाख रूपए की सहायता राशि के चैक वितरित किए गए है।
रानीवाड़ा उपखण्ड में विधायक नारायण सिंह देवल ने गांव बामनवाड़ा के जयंतीलाल और मावाराम को सहायता राशि के चैक सौंपे। बाढ़ के दौरान जयंतीलाल के पुत्र पिंटू कुमार तथा मावाराम की पुत्री तेजल की मौत हो गई थी।
इसी तरह जालोर उपखण्ड के आकोली में विधायक शंकर सिंह राजपुरोहित ने पीड़ित परिवार के पदमाराम को सहायता राशि का चैक सौंपा। पदमाराम के पुत्र नैनाराम की बाढ़ के दौरान मौत हो गई थी।
इसी तरह भीनमाल उपखण्ड के ग्राम दातीवास में मृतक आश्रित परिवार के बगदाराम भील तथा मोडाराम भील को सहायता राशि के चैक वितरित किए गए। बाढ़ में बगदाराम के पुत्र निम्बाराम तथा मोडाराम की पुत्री पूजा की मौत हो गई थी। विधायक पूराराम चौधरी ने पीड़ित परिवारों को चैक सौंपे।
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