कोलकाता,13, सितंबर (जनसमा)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कोलकाता में जामिनी गैलरी में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि मैं दुनिया भर के हयूमन राइट्स चैम्पियन से भी यह निवेदन करना चाहता हूँ कि वे कोलकाता, बसीरहाट, वीरभूम जैसे जगहों पर हो रही राजनीतिक हिंसा की रिपोर्टिंग करें। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह मानवाधिकार का हनन नहीं है?
राजनीतिक हिंसा के शिकार लोगों से मुलाक़ात के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि शायद ही दुनिया के किसी और हिस्से में इससे ज्यादा राजनीतिक हिंसा होती होगी।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक विचारधारा से असहमत होने के कारण जिस प्रकार की हिंसा सत्ताधारी पार्टी के लोगों द्वारा की जा रही है, यह दुखद है। क्या गुरु रवींद्रनाथ टैगोर और स्वामी विवेकानंद ने इस तरह के बंगाल की कल्पना की थी? तृणमूल कांग्रेस किस प्रकार की संस्कृति को आगे बढ़ाना चाहती है?
शाह ने कहा कि इस प्रकार की राजनीतिक हिंसा से भारत का विकास नहीं हो सकता। जो लोग राजनीतिक हिंसा में संलिप्त हैं, ये उनके भले के लिए है कि वे हिंसा छोड़ दें।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि तृणमूल और उसके कैडर जिस प्रकार से विरोधियों को राजनीतिक हिंसा का शिकार बना रहे हैं, उन्हें यह याद होना चाहिए कि वे भी कभी इसी हिंसा के खिलाफ कम्युनिस्टों से लड़े थे और इसलिए राज्य की जनता ने उन्हें इतना बड़ा जनादेश भी दिया।
शाह ने कहा कि यदि कोई सोचता है कि इस प्रकार की हिंसा से भाजपा का विस्तार रुक जाएगा तो वह मुगालते में है। आप भाजपा का जितना दमन करेंगे, जितना अत्याचार करेंगे, भारतीय जनता पार्टी उतना और आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कैडर इस हिंसा और अत्याचार का मजबूती के साथ मुकाबला करेंगे, हम अपना काम जारी रखेंगे, भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
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