पटना, 11 जुलाई (जनसमा)। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वि प्रसाद यादव के नाम का हवाला दिए बिना, जेडी (यू) ने आरजेडी को सीबीआई द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
यह निर्णय पार्टी के विधायकों की बैठक में लिया गया जो पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में उनके निवास पर आयोजित की गई। करीब चार घंटे चली इस बैठक में पार्टी के विधायक, विधान पार्षद, कार्यकारिणी के सदस्य, सरकार में मंत्री, पूर्व मंत्री और विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष शामिल थे।
आरजेडी चीफ लालू यादव के परिवार के सदस्यों के खिलाफ सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की छापे के बाद पार्टी ने राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की।
बैठक के बाद जद (यू) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रमई राम ने पत्रकारों से कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे के मुद्दे पर पार्टी चार दिन बाद कोई फैसला लेगी।
बैठक के बाद, पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी को सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के आरोपों पर ब्योरा देना चाहिए।
कुमार ने कहा कि जेडी (यू) ने हमेशा अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है जो भ्रष्टाचार के आरोपों में शामिल थे, इसी तरह राजद को अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी करनी चाहिए।
जद (यू) के प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी बलि देने के लिए तैयार है, लेकिन कभी भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करती है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद व उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े पटना, दिल्ली, रांची व गुरुग्राम के 12 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की। इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी तथा उनके पुत्र और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
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