Bhagwat

आरएसएस की तीन दिवसीय समन्वय बैठक वृंदावन में शुरू

वृंदावन, 1 सितम्बर  (जनसमा)।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उसके सहयोगी संगठनों की तीन दिवसीय समन्वय बैठक शुक्रवार को शुरू हुई, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भगावत और कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह भी बैठक में भाग लेने के लिए वृन्दावन पहुंचे हैं।

बैठक में संघ के अन्य अनुषांगिक संगठन  भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसे 40 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होरहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आरएसएस नेतृत्व उन तरीकों पर भी विचार करेगा जिनके तहत उसके आनुषंगी संगठनों को ऐसे विवादास्पद बयान देने से रोका जाए जो भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए समस्या की वजह बनते हैं।

इस तीन दिवसीय बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वित्त मंत्री अरुण जेटली और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता प्रवीण तोगड़िया के भी शामिल होने की संभावना है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इस बैठक में केरल में माकपा की हत्या की राजनीति, आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सरकार के प्रयास में संघ की भूमिका, सामाजिक समरसता के लिए नए प्रयास, शिक्षा के क्षेत्र में किये गये कार्यों पर विचार विमर्श, बंगाल और पूर्वाोत्तर भारत में संघ के विस्तार के प्रयासों  पर गंभीरता से निर्णय लिए जाएंगे ताकि यथाशीघ्र उनका क्रियान्वयन किया जासके।

ईशा फाउन्डेशन के सद्गुरू जग्गी वासुदेव की  रैली फोर रिवर  अभियान आदि में संघ के स्वयंसेवकों का सहयोग, ग्राम विकास के क्षेत्र में शुरू किये गये कामों का मूल्यांकन किया जाएगा। साथ ही  गौशालाऔं में देसी गायों के उत्पाद पर भी इस बैठक में चर्चा होसकती है।

ऐसा समझा जाता है कि 2019 के चुनावों के संदर्भ में भी हिन्दू समाज के आत्म गौरव को बढ़ाने के बारे में भी विचार किया जासकता है।