नई दिल्ली, 10 अप्रैल। भाजपा नेता तरूण विजय द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर सोमवार को संसद में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। हालांकि गृहमंत्री ने कहा कि माफी मांगने के बाद सवाल उठाना बेमानी है। इसके बावजूद विजय की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा जिसके चलते लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को भोजन-पूर्व सत्र में सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। कार्यवाही तीन बार थोड़ी-थोड़ी देर के लिए स्थगित करने के बाद सदन को 1.50 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इस मुद्दे पर जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व राज्यसभा सांसद ने पहले ही माफी मांग ली है।
सिंह ने कहा, “इस देश में कभी भी जाति, पंथ या रंग के आधार पर भेदभाव करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। तरुण विजय पहले ही अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांग चुके हैं।”
तरुण विजय ने पिछले सप्ताह अल जजीरा चैनल से कहा था कि भारत में अफ्रीकियों पर हुए हमलों का नस्ली भेदभाव से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने कहा था, “अगर हम नस्ली होते तो हमारे देश में पूरा दक्षिण भारत नहीं होता… अगर हम नस्ली हैं तो हम उनके साथ क्यों रहते हैं। हमारे आसपास भी अश्वेत हैं।”
बाद में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा था, “बुरा लग रहा है, माफी मांगता हूं। जिन्हें बुरा लगा, उन्होंने वह महसूस किया जो मेरा मतलब नहीं था।”
राजनाथ के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्य फिर से अध्यक्ष के आसन के पास पहुंचकर हंगामा करने लगे, जिसके चलते महाजन ने कार्यवाही को 12.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होते ही खड़गे ने विजय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अध्यक्ष से इस मामले में बोलने की अनुमति मांगी। अध्यक्ष ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि मुद्दे को शून्यकाल के दौरान उठाया जा सकता है। इसके बाद कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
हंगामे के बीच महाजन ने प्रश्नकाल का संचालन करने की कोशिश की, लेकिन करीब 10 मिनट के बाद ही उन्हें कार्यवाही थोड़ी देर के लिए 11.20 तक स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने के बाद खड़गे ने फिर मुद्दा उठाते हुए कहा, “यह मुद्दा बेहद महत्वपूर्ण है और केवल दक्षिण भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश से जुड़ा है।”
अध्यक्ष ने कहा कि वह उन्हें शून्यकाल में ही मामला उठाने दे सकती हैं।
बाद में, खड़गे ने शून्यकाल में मामला उठाते हुए विजय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। खड़गे ने कहा, “वह कोई आम इंसान नहीं हैं। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। उनकी टिप्पणियां देश विरोधी हैं। उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला शुरू किया जाना चाहिए।”
इस पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विजय न ही भाजपा के प्रवक्ता हैं और न महासचिव।
उन्होंने कहा, “नस्लवाद का सवाल ही नहीं उठता। हम सभी एक हैं। हम भारतीय हैं।”
लेकिन, कांग्रेस सदस्य उनके इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और फिर से अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए।
(फाइल फोटो)
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