राजकोट, 8 अप्रैल। भाजपा के प्रमुख नेता और राजकोट सीट से उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला क्षत्रिय समुदाय के विरोध के बीच 16 अप्रैल को लोकसभा के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। जानकार सूत्रों का यही कहना है किन्तु दूसरी ओर क्षत्रिय समुदाय गुजरात के कुछ इलाकों में उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्षत्रिय समुदाय के व्यापक विरोध के बावजूद, पुरूषोत्तम रूपाला ने अब तक राजकोट शहर और जिले में अधिकांश चुनाव प्रचार पूरा कर लिया है। हाल ही में रूपाला के समर्थन में आयोजित बाइक रैली में पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हुए थे। पाटीदार समुदाय का रूपाला को व्यापक समर्थन है।
भाजपा राजकोट सीट के उम्मीदवार रूपाला को नहीं बदलेगी, चाहे क्षत्रिय समुदाय प्रदर्शन करे या विरोध करे। यह भाजपा की नाक का सवाल है क्योंकि वह और उसका शीर्ष नेतृत्व दबाव में काम नहीं करता है।
गुजरात के मीडिया में आई खबरों के अनुसार बीजेपी के कुछ क्षत्रिय नेता दिल्ली गए हैं। यहाँ लोगो में चर्चा है कि क्या डैमेज कंट्रोल करने के लिए कुछ स्थानीय बीजेपी नेताओं को दिल्ली बुलाया है ? इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
गुजरात में लोकसभा की 26 सीटों पर आज से एक महीने बाद मतदान पूरा हो जाएगा। जानकारों का कहना है कि सबकी निगाहें राजकोट और उसके उम्मीदवार पुरूषोत्तम रूपाला पर हैं।
राजकोट सीट पर पुरूषोत्तम रूपाला ने पहले ही बयान देकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। बीते शनिवार को राजकोट में एक बड़ी रैली हुई और अहमदाबाद में भी प्रदर्शन हुए हैं।
सूत्रों का कहना है कि रविवार को गृह मंत्री हर्ष संघवी के बंगले पर एक बार फिर बीजेपी के क्षत्रिय नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में भूपेन्द्रसिंह चुडास्मा, प्रदीपसिंह जाडेजा, बलवंतसिंह राजपूत, केसरीदेवसिंह झाला, महेंद्रसिंह सरवैया, आई.के.जडेजा समेत भाजपा और क्षत्रिय समाज के कई नेताओं ने मौजूदा हालात पर चर्चा की। इस बैठक में हुई चर्चा की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को दी गई है।
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