भोपाल, 28 फरवरी | मध्यप्रदेश में फसलों को नुकसान से बचाने के लिए वन विभाग ने नीलगायों को पकड़कर अन्य स्थान पर छोड़ने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत प्रायोगिक तौर पर 27 नीलगायों को गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ा गया है। इस पर लगभग 34 लाख रुपये खर्च हुए हैं। यह जानकारी राज्य के वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने मंगलवार को एक सवाल के लिखित जवाब में दी। विधायक जितेंद्र गहलोत ने एक लिखित सवाल के जरिए वनमंत्री डॉ. शेजवार से पूछा था कि मंदसौर व रतलाम जिले में नीलगायों से फसलों को बचाने के लिए सरकार की ओर से क्या प्रयास किए जा रहे हैं। इस सवाल का जवाब देते हुए वनमंत्री ने बताया कि नीमच, उज्जैन, छतरपुर और मंदसौर से 50 नीलगायों को पकड़कर उपयुक्त वनक्षेत्र में छोड़ने पर सहमति बनी थी। इसी के तहत मंदसौर के ऐरा गांव से 27 नीलगायों (रोजड़) को प्रायोगिक तौर पर पकड़कर गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ा जा चुका है।
वनमंत्री डॉ. शेजवार ने आगे बताया कि इस अभियान पर अब तक 33 लाख 77 हजार रुपये से ज्यादा रकम खर्च की जा चुकी है। रतलाम जिले के आलोट विधानसभा क्षेत्र की फसलों को नुकसान से बचाने के लिए नीलगायों को पकड़कर उपयुक्त वनक्षेत्रों में छोड़ने की योजना बनाई जा रही है।
–आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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