चेन्नई, 5 फरवरी | तमिलनाडु में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायकों ने रविवार को पार्टी महासचिव वी.के.शशिकला को विधायक दल का नेता चुन लिया, जिसके बाद उनका राज्य की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। शशिकला (59) ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने उनसे सरकार का नेतृत्व करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि पन्नीरसेल्वम ने ही उनसे पहले एआईएडीएमके प्रमुख बनने का आग्रह किया था।
जयललिता के दिसंबर में निधन के बाद पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद संभाला था।
शशिकला ने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु सरकार जयललिता के पद्चिह्नों पर चलेगी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके विधायकों की बैठक में शशिकला का नाम प्रस्तावित किया और विधायकों ने शशिकला के चुनाव का फैसला एकमत से लिया।
वह थेवर समुदाय से हैं, जिसकी पार्टी में अच्छी पकड़ है।
जयललिता की करीबी होने के बावजूद शशिकला सार्वजनिक जीवन में कम ही सक्रिय रहीं, लेकिन वह पार्टी के मामलों में सक्रिय रहीं।
चेन्नई से लगभग 330 किलोमीटर दूर तिरुतूरैपुंडी में 1957 में जन्मी शशिकला का तमिलनाडु सरकार में जनसंपर्क अधिकारी रहे एम.नटराजन से विवाह हुआ।
1980 के दौर में नटराजन ने तत्कालीन दक्षिण आर्कट जिले की कलक्टर वी.एस.चंद्रलेखा से शशिकला की मुलाकात जयललिता से करवाने का आग्रह किया। जयललिता उस समय पार्टी की प्रोपेगैंडा सचिव थीं।
नटराजन ने कहा कि शशिकला, जयललिता के कार्यक्रमों की वीडियो रिकॉर्डिग में मदद करेंगी।
जयललिता को शशिकला का काम संतोषजनक लगा। वे इसके बाद दोस्त बन गए। कुछ समय बाद शशिकला चेन्नई में जयललिता के निवास स्थान पोएस गार्डन में रहने के लिए आ गईं।
शशिकला ने धीरे-धीरे अपने विश्वासपात्रों को लाकर पोएस गार्डन में अपनी पैठ बना ली।
जयललिता जहां भी जातीं शशिकला उनके साथ होती थीं। वह कार में जयललिता के पीछे बैठती थीं।
जयललिता ने सार्वजनिक तौर पर भी शशिकला को बहन बताया था।
दोनों के बीच संबंध 2011 में बिगड़ गए और जयललिता ने शशिकला और उसके परिवार के सदस्यों को अपने निवास स्थान से बाहर का रास्ता दिखा दिया। लेकिन बाद में दोनों के बीच सुलह हो गई, जिससे एआईएडीएमके में शशिकला की वापसी हुई।
इससे पहले, पन्नीरसेल्वम और अन्य मंत्रियों ने जयललिता के निवास स्थान पोएस गार्डन में शशिकला से मुलाकात की। शशिकला यहीं रहती हैं।
विधायकों की बैठक संक्षिप्त सूचना पर बुलाई गई थी। एक दिन पहले ही शशिकला ने कई पूर्व मंत्रियों और अन्य को पार्टी के विभिन्न पदों पर नियुक्त किया था, जिन्हें जयललिता ने कभी हटा दिया था।
गौरतलब है कि लंबी बीमारी के बाद जयललिता का दिसंबर में निधन हो गया।
–आईएएनएस
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