रायपुर, 19 जून (जनसमा)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सौर सुजला योजना किसानो के लिए राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि योजना शुरू होने के प्रथम वर्ष में लक्ष्य से अधिक संख्या में सोलर पम्प दिए जा चुके हैं। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने राज्य के 85 आदिवासी विकासखंडों में सौर सुजला योजना के तहत अधिक से अधिक संख्या में सोलर सिंचाई पम्प देने के निर्देश दिए हैं। डा. रमन सिंह सोमवार को यहां अपने निवास कार्यालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य में अब तक सौर सुजला योजना के अन्तर्गत 11 हजार 300 सोलर सिंचाई पम्पों के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक बारह हजार 161 सोलर पम्पों की स्थापना की जा चुकी है। इस योजना में साढ़े तीन लाख रूपए का तीन हार्स पावर का सोलर सिंचाई पम्प अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को सिर्फ सात हजार रूपए में, अन्य पिछड़े वर्ग के किसानों को सिर्फ बारह हजार रूपए और सामान्य वर्ग किसानों को सिर्फ 18 हजार रूपए में दिए जा रहे है। इसी तरह पांच हार्स पावर के सोलर पम्प, जिनकी कीमत साढ़े चार लाख रूपए है, इन वर्गों के किसानों को क्रमशः दस हजार, पन्द्रह हजार और बीस हजार रूपए में दिए जा रहे। शेष राशि शासकीय अनुदान के रूप में सरकार वहन कर रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष एक नवम्बर को नया रायपुर में राज्योत्सव 2016 के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से सौर सुजला योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना में किसानों को काफी कम कीमत पर सोलर पम्प दिए जा रहे है।
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