नई दिल्ली, 03 जनवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चीनी नागरिकों के स्वामित्व वाली संस्थाओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत दो कंपनियों और उनसे जुड़े व्यक्तियों के खिलाफ ताजा तलाशी ली है।
तलाशी अभियान के दौरान 1.30 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई और जब्त कर ली गई।
एजेंसी द्वारा जारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, कंपनियां और व्यक्ति मोबाइल फोन ऐप्स के माध्यम से पैसे उधार देने और बाद में उनके व्यक्तिगत विवरण तक पहुंच कर उधारकर्ताओं को परेशान करने में शामिल हैं।
संघीय एजेंसी ने कहा कि पिछले साल 21 दिसंबर को चीनी नागरिकों के स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों शाइनबे टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसटीआईपीएल), एमपर्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (एमएसपीएल) और अन्य के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब और गुजरात में 19 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया था।
ईडी ने कहा कि विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड भी बरामद और जब्त किए गए।
ईडी ने दिए गए ऋणों पर बहुत अधिक और शोषणकारी ब्याज दर वसूलने और ग्राहकों को परेशान करने के लिए आईपीसी, 1860 और आईटी अधिनियम, 2000 की विभिन्न धाराओं के तहत बेंगलुरु, काजीपेट और जनगांव में कई कंपनियों और व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।
इसके अलावा, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज़ और डिजिटल रिकॉर्ड भी बरामद और जब्त किए गए।