जयपुर, 19 अगस्त (जस)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि जब हम स्मार्ट सिटी की बात करते है तो हमें एक खूबसूरत, साफ और व्यवस्थित शहर दिखाई देता है जहां यातायात व्यवस्था सुचारू तथा लोगों का जीवन सुव्यवस्थित हो। स्मार्ट सिटी के साथ-साथ लोगों को भी स्मार्ट व स्किल्ड बनना होगा।
राजे शुक्रवार को होटल जयमहल पैलेस में आयोजित ब्रिक्स स्मार्ट सिटी कान्फ्रेन्स में मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों के बीच भौगोलिक दूरी और कई तरह की विभिन्नताओं के बावजूद इनमें समानताएं भी हैं। इन सभी का क्षेत्रफल ज्यादा है यहां प्राकृतिक एवं मानव संसाधन भी भरपूर है।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के सदस्य देश स्मार्ट सिटीज़ के विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में एक दूसरे के व्यापक अनुभवों का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि चीन के शंघाई, रूस के सेंट पीटर्सबर्ग तथा मास्को, दक्षिण अफ्रीका के कैपटाउन एवं जोहनसबर्ग तथा ब्राजील के साओ पाउलो एवं रियो डी जेनेरियो में शहरी विकास, पर्यटन तथा हैरिटेज संरक्षण के क्षेत्र में हुए नवाचारों को हम यहां की परिस्थितियों के अनुरूप अपना सकते है। इन देशों के सहयोग से राजस्थान में भी आधारभूत ढ़ांचे के विकास को गति मिल सकती है।
राजे ने कहा कि राजस्थान में हमने युवाओं में कौशल विकास के लिए स्किल डवलपमेंट कार्यक्रम चलाया है। जिसमें युवाओं को विश्व स्तर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को नामी कम्पनियों के साथ जोड़कर स्किल डवलपमेंट ट्रेनिंग सेन्टर के रूप में विकसित कर रहे है।
वसुन्धरा राजे ने कहा कि जयपुर को दक्षिण एशिया की पहली लाइट हाउस सिटी घोषित किया गया है। यूनेस्को ने जयपुर को सिटी ऑफ क्राफ्ट्स मनोनित किया है। वर्ल्ड क्राफ्ट्स काउन्सिल ने भी जयपुर को क्राफ्ट सिटी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि जयपुर तो देश के उन शहरों में शामिल है जो अपने आरम्भिक दौर में ही नियोजित शहर के रूप में बसाए गए थे।
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