वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु का कहना था कि भारत और चीन के बीच जो भी औद्योगिक और व्यापारिक मुद्दे हैं उन्हें हल करने की कोशिश व्यापारिक स्तर पर होनी चाहिए।
यह बात वाणिज्य मंत्री ने इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर एवं इंडिया चाइना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर के प्रतिनिधिमंडल से कही।
इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर एवं इंडिया चाइना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर के प्रतिनिधिमंडल ने गुरूवार को वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात की और उन्हें इंडिया चाइना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर द्वारा आयोजित सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।
सुरेश प्रभु ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि चीन के साथ बड़ी टेक्नोलॉजी के बारे में व्यावसायिक स्तर पर बातचीत करनी चाहिए।
इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर के कार्यकसरी अध्यक्ष के अनुसार सुरेश प्रभु ने प्रतिनिधिमंडल को सुझाव दिया और कहा कि इस समय पर्यावरण और अंतरिक्ष विज्ञान बड़े मुद्दे हैं और इस क्षेत्र में दोनों देश एक साथ काम करते हैं वह एक बड़ी उपलब्धि हो सकता है।
प्रतिनिधिमंडल ने इससे पहले विभिन्न बैठकों में हुई चर्चा के संदर्भ में सुझाव दिया कि बीजिंग और दिल्ली में व्यावसायिक विवादों को निपटाने के लिए एक लीगल सेंटर खोलना चाहिए।
ऐसा समझा जाता है कि वाणिज्य मंत्री नवंबर के महीने में चीन जाएंगे।
आईसीटीसी के कार्यकारी अध्यक्ष और आई सीटीटीसी के प्रमुख विजय कांत मिश्रा ने बताया कि इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर द्वारा आयोजित टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सम्मेलन में चीन से 75 से 100 कंपनियों के प्रतिनिधियों के आने की संभावना है।
यह सम्मेलन 27-28 नवंबर को दिल्ली में हो रहा है। इसमें भारत और चीन के बीच कई औद्योगिक और व्यापारिक समझौते होने की संभावना है जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा तथा व्यापार घाटा कम होगा।
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