मुंबई, 17 अप्रैल (जनसमा)। प्रसिद्ध पार्श्व गायक सोनू निगम द्वारा सोमवार सवेरे किए गए ट्वीट ने धार्मिक स्थानों पर लाउड स्पीकर के उपयोग पर सवाल उठाया है। सोनू निगम ने अपने ट्वीट में कहा है कि सवेरे-सवेरे मस्जिद के लाउड स्पीकर से अजान की आवाज के कारण जबरदस्ती उठना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर सबको आशीर्वाद दे लेकिन मैं मुस्लिम नहीं हूं और मैं अजान से उठना नहीं चाहता। इस प्रकार की धार्मिक जबरदस्ती हिन्दुस्तान में कब खत्म होगी।
उनके इस ट्वीट ने देश में व्यापक स्तर पर एक बहस छेड़ दी है जो धार्मिक स्थानों में उपयोग किए जाने वाले लाउड स्पीकर को लेकर है।
सोनू निगम के ट्वीट पर संपादक और स्क्रीन प्ले राइटर अपूर्व असरानी ने कहा है कि मैं इस प्रकार से न तो अजान सुनना चाहता हूं और न ही गणेश आरती के दौरान चिकनी चमेली। सभी धार्मिक कार्यक्रमों के ऊंची आवाज के लाउड स्पीकर प्रतिबंधित किए जाने चाहिए।
याद रहे 2015 में मुंबई हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि मुंबई और नवी मुंबई में जिन मस्जिदों को इजाजत नहीं है वे अपने लाउड स्पीकर हटा लें। इसी संदर्भ में हाईकोर्ट की डिविजन बेंच ने भी कहा था कि अनधिकृत लाउड स्पीकर जिनका उपयोग मस्जिदों, गणेश उत्सव या अन्य त्योहारों में किया जाता है वह गैर कानूनी हैं इससे ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है।
जनसमा की टिप्पणी: सोनू निगम का वक्तव्य निस्संदेह देश में धमाल मचाएगा। इससे और कुछ नहीं तो टीवी चैनलों को टीआरपी बढ़ाने में काफी योगदान मिलेगा।
(फाइल फोटो)
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