खेल मनोरंजन का नहीं, अपितु प्रतिष्ठा का विषय : पवैया

भोपाल, 18 अगस्त (जस)। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि साधनों के बिना भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जा सकता है। खिलाड़ी में आत्म-विश्वास और देशभक्ति होना जरूरी है। भारत का खिलाड़ी देश के लिये लड़ता है। खेल मनोरंजन का नहीं, अपितु प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। अच्छी खेल प्रतिभा बड़े शहर ही नहीं, छोटे शहरों में भी होती है। पवैया बुधवार को उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान के इंडोर गेम कॉम्पलेक्स ‘खेल प्रशाल” का उदघाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की सेना में जो जज़्बा होता है, वही खिलाड़ियों में होना चाहिये।

जयभान पवैया ने कहा कि खिलाड़ी और विद्यार्थी में हीन भावना नहीं होना चाहिये। इन्हें आत्म-विश्वास से परिपूर्ण होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी और विद्यार्थी में नियति को चुनौती देने की ताकत है। जोखिम उठाने की हिम्मत करने वाले का साथ भगवान भी देता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिभा की भी कोई कमी नहीं है।

उच्च शिक्षा मंत्री ने संस्थान की शोध पत्रिका के चौथे अंक का विमोचन भी किया। संचालक डॉ. एम.एल. नाथ ने बताया कि कॉम्पलेक्स 2 करोड़ से ज्यादा की राशि से बनाया गया है। संचालन डॉ. प्रवेश अग्रवाल ने किया। आभार क्रीड़ा अधिकारी राय ने माना।