भारत में हिम तेंदुए (snow leopard) की संख्या का आकलन करने के लिए आज प्रथम राष्ट्रीय प्रोटोकॉल (First National Protocol) का शुभारंभ किया।
यहां इस बात का उल्लेख करना महत्वपूर्ण होगा कि हिम तेंदुएं (snow leopard) 12 देशों में पाए जाते हैं।
उन देशों में भारत, नेपाल, भूटान, चीन, मंगोलिया, रूस, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
देश में हिम तेंदुओं (snow leopard) की गणना का अपने किस्म का पहला कार्यक्रम वैज्ञानिक विशेषज्ञों द्वारा उन राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के सहयोग से विकसित किया गया है, जहां हिम तेंदुए (snow leopard) पाए जाते हैं।
इन राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।
वैश्विक हिम तेंदुआ (snow leopard)एवं पारिस्थितिकी संरक्षण (जीएसएलईपी) कार्यक्रम की संचालन समिति की चौथी बैठक में 23 अक्टूबर,2019 को नई दिल्ली में प्रमुख भाषण देते हुए जावड़ेकर ने इस रेंज में आने वाले देशों से प्रकृति के संरक्षण तथा हिम तेंदुओं की संख्या की गणना में सामूहिक रूप से कार्य करने की दिशा में विचार करने का अनुरोध किया।
पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘आने वाले दशक में हम दुनिया में हिम तेंदुओं (snow leopard) की आबादी को दोगुना करने का प्रयास करेंगे।
जावड़ेकर ने बाघों की आबादी के संबंध में भारत की सफलता के बारे में भी जानकारी दी।
इस समय 2967 बाघ हैं, यानी 77 प्रतिशत बाघों की आबादी भारत में निवास करती है, उनकी तादाद का लगभग सटीक आकलन करने के लिए 26000 कैमरों का इस्तेमाल किया गया।
भारत में 500 से अधिक शेर, 30000 से अधिक हाथी, 2500 से अधिक एक सींग वाले गैंडे भी हैं।
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