मुंबई, 11 दिसंबर | आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर घरेलू और वैश्विक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझान, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई), डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमतों पर रहेंगी। सरकार 12 दिसंबर यानी सोमवार को अक्टूबर महीने के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) सूचकांक पर आधारित आंकड़ें जारी करेगी। इस दौरान सरकार नवंबर माह की उपभोक्ता महंगाई दर के आंकड़ें जारी करेगी। अक्टूबर माह में सीपीआई दर 4.2 फीसदी रही जबकि सितंबर में यह 4.39 फीसदी थी।
इस दौरान थोक महंगाई दर के आंकड़ें भी जारी होंगे। अक्टूबर 2016 में थोक महंगाई दर 3.39 फीसदी थी। यदि कुछ चुनिंदा शेयरों की बात करें तो सार्वजनिक तेल क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों पर निवेशकों की नजर रहेगी।
आगामी सप्ताह ये कंपनियां ईंधन की कीमतों में संशोधन पर फैसला लेंगी। आमतौर पर कंपनियां महीने के मध्य या अंत में ईंधन की कीमतों में संशोधन पर विचार करती हैं।
यह संशोधन अंतर्राष्ट्रीय तेल बाजार के रूझानों पर आधारित होता है। संसद का मौजूदा शीतकालीन सत्र भी निवेशकों की ध्यान में है। यह सत्र 16 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।
सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से संबंधित विधेयकों को पारित कराने की कोशिश करेगी। जीएसटी को एक अप्रैल 2017 को लागू किया जाना है। अभी तक नोटबंदी के विरोध में संसदी की कार्यवाही बाधित होती रही है।
वैश्विक मोर्चे पर 12 दिसंबर को चीन के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के आंकड़ें जारी किए जाएंगे। चीन का नवंबर माह का औद्योगिक उत्पादन आंकड़ा 13 दिसंबर को जारी होगा। जापान का अक्टूबर महीने का औद्योगिक उत्पादन आकंड़ा 14 दिसंबर को जारी होगा।
इसी दिन, यूरोजोन भी औद्योगिक उत्पादन आंकड़ा जारी करेगा। इस दौरान अमेरिका के फेडरल रिजर्व की बहुप्रतीक्षित मौद्रिक बैठक भी होगी। इस दौरान यूरोजोन मार्किट पर्चेजिंग मैनेजर्स (पीएमआई) का कम्पोजिट सूचकांक के आंकड़े भी जारी किए जाएंगे।–आईएएनएस
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