रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा पिनाक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली (Pinaka missile system) की उड़ान परीक्षणों (flight trials ) की श्रृंखला में दो परीक्षण फायरिंग की गई।
पहला परीक्षण 19 दिसंबर, 2019 को किया गया, जिसमें 75 किलोमीटर की दूरी से एक प्रक्षेपास्त्र दागा गया। दूसरा परीक्षण शुक्रवार को 11 बजे दिन में ओडिशा के चांदीपुर (Chandipur) तट के निकट स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से किया गया।
शुक्रवार के परीक्षण का मिशन उद्देश्य कम रेंज का परीक्षण करना, निकटता फ्यूज के साथ लाइव वॉरहेड कार्य प्रणाली का परीक्षण करना और साल्वो लॉन्च करना था।
दो फायरिंग के बीच 60 सेकंड के अंतराल पर पिनाक (Pinaka) प्रक्षेपास्त्र साल्वो रूप में (सलामी रूप में) दागे गए। दोनों प्रक्षेपास्त्र 20 किलोमीटर रेंज लक्ष्य पर दागे गए। मिसाइल निकटता फ्यूज के साथ लाइव वॉरहेड से एकीकृत था।
इसकी ट्रैकिंग विभिन्न रेंज प्रणालियों यानी टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली (Electro-Optical Tracking System) (ईओटीएस) से की गई।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ (Defence Research and Development Organisation ) के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए पूरे डीआरडीओ समुदाय को बधाई दी।
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