Support for removing unemployment and setting up industries in Bihar

बिहार में बेरोजगारी हटाने व उद्योग-धंधे लगाने पर समर्थन

नई दिल्ली, 05 जून। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मांग की है कि बिहार किंग मेकर बना है इसलिए बिहार में बेरोजगारी हटाने व पलायन रोकने एवं उद्योग-धंधे लगाने के लिए निम्न शर्तों पर समर्थन होना चाहिए:-

  1. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना
  2. देशभर में जातिगत जनगणना कराना
  3. महागठबंधन सरकार द्वारा बढ़ाए गए 75% आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालना।

मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक पोस्ट साझा की जिसमें वह बिहार के विकास के बारे में केंद्र सरकार के सन्दर्भ में अपना दृष्टिकोण स्पष्ट कर रहे है।

इससे पहले 4 जून को बिहार की जनता को सम्बोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था “धन्यवाद बिहार और भारतवर्ष की महान जनता! आपने प्रेम, सौहार्द एवं सामाजिक आर्थिक न्याय की राजनीति के पक्ष में गोलबंदी करते हुए अहंकार और तानाशाही की राजनीति को एक बड़ा झटका दिया है।

आज के परिणाम देश में सुखद अनुभूति की एक लहर लेकर आएँ हैं। पूरे देश ने मिलकर भारत के वास्तविक मिजाज़, लोकतंत्र, संविधान और आरक्षण की रक्षा की है। तमाम जाँच एजेंसियों, पक्षपाती आयोग, गोदी मीडिया, सरकारी मशीनरी, असीमित संसाधनों एवं साजिशों के साथ चुनाव लड़ रहे खुद को विश्व विजेता माने लेकिन सच यही है कि देश और बिहार की जनता ने इंडिया के साथ मिलकर तानाशाही, झूठ, जुमलों और प्रपंच को करारी हार दी है।

मैं विशेष रूप से एक-एक बिहारवासी को हृदय से धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने प्रचंड गर्मी, झूठे प्रोपेगंडा और विभिन्न साज़िशों का सामना करते हुए हमें अपना भरपूर प्रेम और अपार समर्थन दिया। देश और बिहार ने यहाँ से एक नए रास्ते की रचना की है जिसकी नींव में रोज़गार, पढ़ाई, सिंचाई, दवाई और कमाई के मुद्दे हैं, बँटवारे, घृणा, भेदभाव और तानाशाही की सोच नहीं।

आने वाले दिनों में सत्ता और सरोकार परिवर्तन में सकारात्मक लक्षण दिखेंगे। हम बिहार में 7-8 सीट कम मार्जिन से हारे हैं लेकिन हमने बहुजन पिछड़े और प्रगतिशील धारा की एक बड़ी नींव रख दी है। देखते रहिए अभी और कुछ बेहतर देखने को मिलेगा।

मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि आपकी हर अपेक्षा पर खरा उतरूँगा। आपके रोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए पूर्ण मनोयोग से काम करता रहूँगा। “