राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : गोंडों के परम्परागत नृत्य
— ललित चतुर्वेदी और जी.एस. केशरवानी —- आदिवासी (Tribal) समुदाय प्रकृति प्रेमी होते हैं। उनकी जीवनशैली सरल और सहज होती है। इसकी स्पष्ट छाप उनकी कला, संस्कृति, सामाजिक उत्सवों और नृत्यों (Dances) में देखने को मिलती है। प्रकृति से जुड़ा हुआ यह समुदाय न केवल उसकी उपासना करता है, बल्कि…