जयपुर के जवाहर कला केंद्र में ‘युवा एकल’ यानी सोलो कथक नृत्य प्रदर्शन
गुरु प्रेरणा श्रीमाली का कहना है कि शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शन का वर्तमान परिदृश्य थोड़ा चिंताजनक है। यह याद रखा जाना चाहिए कि कथक की परम्परा ‘सोलो’ नृत्य प्रस्तुति की रही है और उसमें महारथ हासिल किए बिना कोई कलाकार प्रामाणिक नृत्यकार या नर्तक नहीं माना जा सकता है।