भारतीय आर्थिक चिंतन का आधार संतुलन : जोशी
भोपाल, 13 नवंबर | पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कहा है कि “भारतीय संस्कृति में अर्थ चिंतन का आधार अथार्याम अर्थात संतुलन है। जरूरत से ज्यादा भी नहीं और आवश्यकता से कम भी नहीं।” यहां चल रहे ‘लोक-मंथन’ के दूसरे दिन रविवार को ‘नव-उदारीकरण और भूमंडलीकरण के…