जानीमानी रंगमंच कलाकार और निर्देशक श्रीमती आवेरी चौरे नहीं रही
आवेरी ने अपने संस्मरणों में एक जगह लिखा “शोंभू मित्रा और तृप्ति मित्रा जैसे दिग्गजों के नाम से जाना जाने वाला बोहरुपी बंगाली थिएटर की अग्रिम पंक्ति में था। यह वही समय था जब मैंने एक उद्घोषक, न्यूज़कास्टर और टीवी धारावाहिकों और फीचर फिल्मों में अभिनेत्री के रूप में अपना करियर शुरू किया।”