आत्महत्या वैयक्तिक विघटन की चरम अभिव्यक्ति
देवेन्द्र मिश्र=== आत्महत्या की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इधर तीन दशकों में विज्ञान की प्रगति के साथ जहां बीमारियों से होने वाली मृत्यु संख्या में कमी हुई है, वहीं इस वैज्ञानिक प्रगति के बीच आत्महत्याओं की संख्या पहले से अधिक हो गई है। यह समाज के…