प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले कई समय से काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) मंदिर के आसपास स्थित करीब 40 मंदिरों में अवैध अतिक्रमण हुआ था लेकिन अब इन सबको अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया है।
उन्होंने शुक्रवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ Kashi Vishwanath मंदिर में पूजा अर्चना की और एक परियोजना के सांकेतिक शिलान्यास के बाद वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब गंगा नदी और Kashi Vishwanath मंदिर के बीच सीधा संपर्क बनाने की व्यवस्था की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि काशी विश्वनाथ धाम परियोजना से जुड़ना उनके लिए ईश्वर का आर्शिवाद है।
उन्होंने परियोजना से जुड़े अधिकारियों को पूरे समर्पण के साथ अपना कार्य करने के लिए बधाई दी।
इसके साथ ही उन्होंने उनलोगों को बधाई भी दी जिन्होंने मंदिर के आसपास स्थिति अपनी जमीन परियोजना के लिए अधिकृत करने की अनुमति दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर ने कई सदियों तक अन्याय झेलने के बावजूद अपना अस्तित्व बनाए रखा है। ‘
उन्होंने दो सदी से भी ज्यादा समय पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनरूद्धार के लिए किए गए कार्यों के संदर्भ में रानी अहिल्याबाई होल्कर का स्मरण किया है और उनकी सराहना की।
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