प्राप्त जानकारी के अनुसार केरल में निपाह वायरस (एनआईपी) के संक्रमण से 10 लोगों की मौत होचुकी है। सोमवार को केरल के कोझिकोड जिले में दो और लोगों की मौत होगई। निपाह वायरस (एनआईपी) के प्रकोप के कारण केरल हाई अलर्ट पर है।
इस वायरस से 31 साल की नर्स लिनी की भी सोमवार को मृत्यु होगई जो निपाह से पीडि़त लोगों की सेवा कर रही थी। वे पेराम्बरा तालुक अस्पताल में नर्स थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार निपाह वायरस (एनआईवी) संक्रमण एक नया उभरता हुआ ज़ूनोसिस है जो जानवरों और मनुष्यों दोनों में गंभीर बीमारी का कारण बनता है। साधारण शब्दों में कहें तो यह वायरस चमगादड़ों में फलता फूलता है।
नर्स लिनी की टीवी फोटो
राज्य स्वास्थ्य मंत्री के के सहलाजा ने बताया कि वर्तमान में कोझिकोड में 12 लोगों के निपा वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की हैं, जिनमें से दो गंभीर स्थिति में हैं। इस बीच मलप्पुरम जिले में पिछले हफ्ते दो मौतों का कारण निपा वायरस बताया गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया में डाली गई अफवाहों पर ध्यान न दें और दहशत न फैलाएं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा केरल में निपा वायरस के मामलों और उसके कारण होने वाली मौतों से उत्पन्न स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
नड्डा ने मंत्रालय में सचिव सुश्री प्रीति सूदन और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव के साथ स्थिति की समीक्षा की और इसकी रोकथाम तथा प्रबंधन में केरल को हर संभव सहायता देने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा केरल सरकार द्वारा संयुक्त रूप से बहुत जल्द और तेजी से इसे रोकने के उपाय कर लेने के साथ ही इस बीमारी के और अधिक फैलने की संभावना नहीं है।
मणिपाल अस्पताल में वायरस रिचर्स डायग्नोस्टिक लेबोरेट्री तथा नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ वायरोलॉजी को किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए तैयार रखा गया है।
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