नई दिल्ली, 11 अगस्त (जनसमा)। रक्षामंत्री अरुण जेटलीने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि इस समय हमारे देश की संप्रभुता पर कईयों की नजर टिकी हुई है किन्तु बहादुर जवानों में देश को सुरक्षित रखने की पूरी क्षमता है।
उन्होंने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि चाहे पूर्वी सीमा हो या पश्चिमी सीमा, हमारी तैयारी पूरी है।
जेटली ने राज्यसभा में कहा कि 1962 और उसके बाद की लडाईयों से भारत ने बहुत कुछ सीखा है।
उधर चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत को डोकलाम से हटना पडेगा। उसने अपनी संप्रभुता पर खतरा बताया। चीन के एक समाचार पत्र ‘चायना डेली’ ने कहा है कि युद्ध का काउंटडाउन शुरू होचुका है।
डोकलाम गतिरोध के बीच काठमांडू में शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ‘घनिष्ठ मित्र व पड़ोसी’ भूटान के विदेश मंत्री दामचो दोर्जी से मुलाकात की।
दोनों नेताओं की तस्वीरें पोस्ट करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने लिखा, “घनिष्ठ मित्र व पड़ोसी के साथ। विदेश मंत्री ने बिम्सटेक विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर अपने भूटानी समकक्ष दामचो दोर्जी से मुलाकात की।”
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