नई दिल्ली, 29 मई (जनसमा)। बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ पिछले 06 घंटों के दौरान 11 किमी प्रति घंटे की गति से साथ उत्तर की ओर बढ़ रहा है और कोलकाता से लगभग 660 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्वी और चटगांव से 550 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में है। अगले 12 घंटों के दौरान इस चक्रवाती तूफान के तेज होजाने की संभावना है। समझा जाता है कि इसके उत्तर-पूर्वोत्तर के किनारे और बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है। वर्तमान स्थिति के बनुसार मंगलवार को 30 मई को दोपहर से पहले यह चटगांव के आसपास पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग केअनुमानों के अनुसार बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की गति में और तेजी आने की संभावना है। इससे असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, और नगालैंड के कई इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है। ओडिशा में भी अगले 24 घंटें में बारिश और तूफान आने की आशंका है।
आकाशवाणी के अनुसार भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक जी रमेश ने कहा कि इसके कारण केरल और पूर्वोत्तर में मॉनसून की गति तेज होगी।
अगले 48 घंटों में 40-50 किमी प्रति घंटे तीव्रता वाली हवाओं के चलने की संभावना है और इनकी गति 60 किमी प्रति घंटा तक अंडमान द्वीप और आसपास के सागर क्षेत्रों में होगी। दक्षिणी असम, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में 30 मई को एवं पश्चिम बंगाल तट पर 29 और 30 मई को कई स्थानों पर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अनुमान है।
अगले 48 घंटों के दौरान और 30 मई के पश्चात पश्चिम बंगाल तट पर समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो जाएगी। अगले 48 घंटों के दौरान मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे अंडमान द्वीपों के समुद्र में न जाएं।
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