रांची, 14 अप्रैल (जनसमा)। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि “काले धन ने देश की अर्थव्यवस्था को खोखला बनाया, पिछले 70 वर्षों में देश की अर्थ व्यवस्था चरमरा गयी थी, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विमुद्रीकरण के माध्यम से रोकने का काम 8 नवम्बर 2016 को किया था, झारखण्ड ने देश को डिजिटल के क्षेत्र में आगे बढाने में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया हैं।
रघुवर दास शुक्रवार को झारखण्ड मंत्रालय में आयोजित डिजिधन मेला के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉ भीम राव आंबेडकर की 126 वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘भीम आधार’ की शुरुआत की जो हमारे देश को डिजिटल बनाने में मत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। दास ने कहा कि झारखण्ड सरकार ने बैंक के साथ समन्वय बना कर राज्य में डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने का काम किया, साथ ही आई टी विभाग के अधिकारियों ने भी ग्रामीण क्षेत्र में प्रशिक्षण के जरिये लोगो को जागरूक करने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि झारखण्ड का साहेबगंज जिला पूर्ण रूप से डिजिटल हो चुका है। यहाँ के 12.5 लाख की आबादी डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिया अपना भुगतान कर रही है जिसमे से 44 हजार व्यापारी भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारे राज्य में उपायुक्त बोकारो और उपायुक्त जमशेदपुर को डिजिटल क्षेत्र में लोगों को जागरूक और प्रशिक्षित करने के लिए सम्मानित कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल में ही एक लाख सखीमंडल को मोबाइल फ़ोन दे कर झारखण्ड को डिजिटल के क्षेत्र में मजबूत बनाने का काम किया है। आने वाले समय में सरकार 95 हजार सखी मंडल को भी स्मार्ट फ़ोन देगी।
दास ने अधिकारियों से कहा कि वे टीम बना कर कैशलेस ट्रांजेक्शन के प्रति ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। कैशलेस से देश में 30 प्रतिशत कर चोरी रुकी है जिसका सीधा लाभ देश की गरीब जनता के लिए योजना बनाने में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कार्यक्रम में आई राज्य के सभी जिले की महिलाओं से आग्रह किया कि वे ज्यादा से ज्यादा कैशलेस ट्रांजेक्शन करें।
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