कांग्रेस ने आज सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट डालते हुए कहा है कि यह इलेक्टोरल बॉन्ड महाघोटाले की जांच जरूर होनी चाहिए।
पोस्ट में कहा गया “खबरों के मुताबिक- करीब 20 नई फर्मों ने 103 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। ये सभी नई कंपनियां 3 साल से कम पुरानी हैं।”
जबकि नियम है कि, 3 साल से कम पुरानी कंपनी पार्टियों को चंदा नहीं दे सकतीं।
‘इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाला’ दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी की देखरेख में किया गया।
इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर PM मोदी ED, CBI, इनकम टैक्स के साथ मिलकर ‘वसूली रैकेट’ चला रहे थे।
Follow @JansamacharNewsइलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले को लेकर एक और खुलासा
खबरों के मुताबिक- करीब 20 नई फर्मों ने 103 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। ये सभी नई कंपनियां 3 साल से कम पुरानी हैं।
जबकि नियम है कि, 3 साल से कम पुरानी कंपनी पार्टियों को चंदा नहीं दे सकतीं।
'इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाला'…
— Congress (@INCIndia) April 10, 2024